उन्होंने कहा कि पवार को महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अपने बागी भतीजे अजित पवार का भी समर्थन करना चाहिए। 30 नवंबर को होने वाले शक्ति परीक्षण से पहले अजित पवार नीत खेमे के समक्ष कठिनाई के बारे में पूछे जाने पर अठावले ने कहा, शरद पवार को भी अपने रुख में बदलाव लाने के बारे में सोचना चाहिए और राजग में शामिल होना चाहिए।
उन्हें केंद्र में कोई अच्छा पद मिल सकता है। महाराष्ट्र आधारित दलित समर्थक पार्टी आरपीआई का नेतृत्व करने वाले अठावले यहां एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। अठावले केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री हैं। महाराष्ट्र में महीनेभर चले गतिरोध के बाद सियासी उलटफेर में देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और राकांपा के अजित पवार उप मुख्यमंत्री बने हैं।
मंत्री ने कहा कि समय आने पर शिवसेना की चिंताओं का निराकरण हो सकता था, लेकिन उसने नाराजगी दिखाई और इससे गतिरोध हुआ। आखिरकार आज के समय के ‘चाणक्य’ अमित शाह ने उन्हें मात दे दी। घटनाक्रम पर तुकबंदी करते हुए अठावले ने कहा, भाजपा ने कांग्रेस को लटका दिया है, शिवसेना को झटका दिया है और राकांपा को सरकार में अटका दिया है।