जीबीएस एक दुर्लभ विकार : जीबीएस एक दुर्लभ विकार है जिसमें व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता परिधीय तंत्रिका पर हमला करती है जिससे शरीर के हिस्से अचानक सुन्न पड़ जाते हैं। मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है और कुछ निगलने या सांस लेने में भी दिक्कत होती है।
64 वर्षीय महिला में रोग की पुष्टि : बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आयुक्त और राज्य द्वारा बीएमसी के लिए नियुक्त किए गए प्रशासक भूषण गगरानी ने 'पीटीआई-भाषा' से बात करते हुए 64 वर्षीय महिला में रोग की पुष्टि की और बताया कि जीबीएस रोग से ग्रसित इस मरीज का वर्तमान में नगर निगम द्वारा संचालित एक अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में इलाज किया जा रहा है।ALSO READ: कितनी खतरनाक बीमारी है गिलियन बैरे सिंड्रोम, इलाज के लिए 1 इंजेक्शन की कीमत 20 हजार
बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि शहर के अंधेरी पूर्व क्षेत्र निवासी महिला को बुखार और दस्त के बाद लकवाग्रस्त हो जाने की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जीबीएस के गंभीर मामलों में मरीज पूरी तरह लकवाग्रस्त तक हो सकता है।
अधिकतर वयस्कों और पुरुषों में इस विकार के होने के आसार ज्यादा हैं, हालांकि सभी उम्र के लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं। महाराष्ट्र के पुणे जिले में जीबीएस से अब तक 6 संदिग्ध मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि यहां 173 संदिग्ध मामले पाए गए हैं।(भाषा)