2 october gandhi jayanti: महात्मा गांधी के बारे में 10 अनसुनी बातें
जन्म: 2 अक्टूबर 1869
निधन: 30 जनवरी 1948
Mahatma gandhi : 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी यानी मोहनदास करमचन्द गांधी की जयंती है और हम सभी गांधी जी के बारे में बचपन से ही स्कूल की किताबों में पढ़ते आए हैं, इसलिए उनके बारे में सामान्य जानकारी तो हर कोई जानता है। लेकिन गांधी जी से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं, जो हर किसी को पता नही है और उन्हें जानना भी जरूरी है।
आइए गांधी जयंती के खास अवसर पर जानते हैं उनके बारे में 10 अनसुनी बातें-
1 ये तो सभी जानते हैं कि गांधी जी का विवाह मात्र 13 साल की उम्र में हुआ था। लेकिन शायद आप यह नहीं जानते होंगे कि गांधी जी की शादी उनसे एक साल बड़ी कस्तूरबा गांधी के साथ हुई थी और शादी की प्रथाओं को पूरा करने में उन्हें पूरा एक साल लगा। और इसी कारण से वह एक साल तक स्कूल नहीं जा पाए थे।
2 महात्मा गांधी ने सदैव अहिंसा को महत्व दिया, लेकिन इसकी शुरुआत कैसे हुई ये कम ही लोग जानते हैं। 1899 के एंग्लो बोएर युद्ध में दक्षिण अफ्रीका प्रवास के दौरान गांधी जी ने स्वास्थ्यकर्मी के तौर पर मदद की थी। वहीं, उन्होंने जब युद्ध की विभिषिका देखी थी और अहिंसा के रास्ते पर चल पड़े थे।
3 आपको बता दें कि अहिंसा के रास्ते पर चलने वाले महात्मा गांधी जी को शांति का नोबेल पुरस्कार अब तक नहीं मिला है। जी हां, हालांकि उन्हें कुल 5 बार अभी तक इसके लिए नॉमिनेट जरूर किया गया है। हर बार नोबेल कमेटी ने अजीबो-गरीब वजहें देते हुए उनके नाम को खारिज कर दिया।
4 महात्मा गांधी ने जिस देश से भारत को आजादी दिलाने के लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी, उसी ने उनके सम्मान में डाक टिकट जारी किया। जी हां, हम बात कर रहे हैं ब्रिटेन की। ब्रिटेन ने उनके निधन के 21 साल बाद उनके नाम से डाक टिकट जारी किया।
5 महात्मा गांधी ने साउथ अफ्रीका के डर्बन, प्रिटोरिया और जोहांसबर्ग में कुल 3 फुटबॉल क्लब स्थापित करने में मदद की थी।
6 भारत में छोटी सड़कों को अगर छोड़ दिया जाए, तो देश में कुल 53 बड़ी सड़कें महात्मा गांधी के नाम पर हैं। सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी कुल 48 सड़कों के नाम महात्मा गांधी के नाम पर हैं।
7 गांधी जी द्वारा शुरू किया जाने वाला जो सिविल राइट्स आंदोलन था, वह कुल 4 महाद्वीपों के अलावा कुल 12 देशों तक पहुंचा था।
8 दिल्ली के '5, तीस जनवरी मार्ग' पर महात्मा गांधी ने अपनी जिंदगी के अंतिम 144 दिन बिताए थे। और इसी जगह 30 जनवरी 1948 को उनकी हत्या कर दी गई। लेकिन यातायात के हल्के शोर के बावजूद आज भी यहां की शांति भंग नहीं हुई है।
9 महात्मा गांधी की जब हत्या हुई तो उनकी शवयात्रा में कितने लोग शामिल हुए, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी शवयात्रा 8 किलोमीटर लंबी थी।
10 सफेद धोती पहने गांधी जी पर 3 बार गोलियां दागी गईं, लेकिन आसपास मौजूद लोगों को उस वक्त भी इसका पता नहीं चला। उन्हें गोली लगने का पता तब चला जब उनकी सफेद धोती पर खून के धब्बे नजर आने लगे। ऐसे देश के महान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के आदर्शों पर चलकर भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराया था। अत: गांधी जयंती के अवसर पर उन्हें नमन कर श्रद्धासुमन अर्पित करतें हैं।