Parenting Tips: अपने बच्चों को अच्छी परिवेश के लिए हर माता-पिता बहुत प्रयास करते हैं। अगर बच्चों को शुरू से अच्छी चीजें नहीं सिखाई जाएं, तो आगे चलकर पेरेंट्स के साथ ये बच्चों के लिए भी बड़ी परेशानियों का कारण बन जाती है।
बच्चों की परवरिश कैसे करें
पहली बार माता-पिता बनना हर इंसान के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी होती है। बच्चे का जन्म किसी भी कपल के लिए बड़ी खुशखबरी है लेकिन बच्चों को अच्छी परिवेश देना भी हर माता-पिता के लिए एक चुनौती भरा होता है। अगर शुरू से उनकी अच्छी देखभाल और सही परवरिश ना की जाए, तो आगे चलकर पेरेंट्स को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।ALSO READ: मां के साथ पिता को भी करना चाहिए बच्चे की परवरिश के लिए ये 5 काम
बच्चों की परवरिश का नया तरीका
अगर आप भी पैरेंट हैं और अपने बच्चों की परवरिश को लेकर कंसर्न रहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। बता दें कि कुछ समय पहले पेरेंटिंग के लिए एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है, जिसका नाम सिटरवाइजिंग हैं। आप भी अपनी पेरेंटिंग स्टाइल में सिटरवाइजिंग को जोड़ सकते हैं।
दरअसल, सिटरवाइजिंग बच्चों की परवरिश का एक नया तरीका है, जिससे माता-पिता अपने बच्चों से दूर रहकर भी उन पर निगरानी रख सकते हैं। इसकी मदद से बच्चे खुद से डिसीजन लेना सीखते हैं, साथ ही गेम स्ट्रक्चर और प्रॉब्लम सॉल्विंग भी करने लगते हैं। इसलिए आप उनके आसपास न घूमे और बच्चे पर रोक टोक न लगाएं। बल्कि दूर बैठकर उन पर नजर रखें।
एक्टिविटी को मॉनिटरिंग करें
इसकी मदद से आप अपने बच्चों के साथ एक बेहतरीन बॉन्ड बना सकते हैं। पेरेंट्स सिटरवाइजिंग की मदद से अपने बच्चों के बारे में जान सकेंगे और बिना अपने काम को डिस्टर्ब किए अपने बच्चों की ग्रोथ पर भी ध्यान दे देंगे। वह एक जगह बैठकर बच्चों की एक्टिविटी को मॉनिटरिंग कर सकते हैं, वो भी बिना दखल अंदाजी किए।
बच्चों को दें स्वतंत्रता
इससे बच्चों को बढ़ाने और सीखने में काफी मदद मिलेगी। अगर आप अपने बच्चों को स्वतंत्रता देना चाहते हैं, तो आपके लिए यह अच्छा विकल्प हो सकता है। सिटरवाइजिंग की मदद से अब हर माता-पिता को बच्चों की गलती ठीक करने या उन्हें सफलता से बचने की कोशिश नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि बच्चों को अपनी गलतियों से सीखने का अवसर दिया जाना चाहिए।
बच्चों का हो रहा विकास
सिटरवाइजिंग इंटरनेट पर काफी पॉपुलर हो रहा है। अधिकतर पेरेंट्स अपने बच्चों की परवरिश के लिए इसकी मदद लें रहे हैं। जब से पेरेंटिंग स्टाइल में सिटरवाइजिंग शामिल हुआ है, तब से माता-पिता बिना किसी परेशानी के अपने बच्चों को सेंटर स्टेज देकर उन्हें दूर से ही सही चीजों के बारे में बताते हैं।
जो पेरेंट्स अपने बच्चों में कुछ स्किल्स डालना चाहते हैं, वह उन्हें सिटरवाइजिंग की मदद से आसानी से मिल जाएगी। बच्चे इससे आसानी से कम्युनिकेशन कर सकते हैं और अपनी प्रॉब्लम को सॉल्व कर सकते हैं। यह बच्चों के विकास के लिए बहुत ही फायदेमंद माना गया है।