गर्भाशय के दूषित होने पर कुछ स्त्रियों को मासिक ऋतुस्राव कम मात्रा में और अनियमित रूप से होता है। ऋत...
गर्भस्थ शिशु का शरीर और स्वास्थ्य अच्छा नहीं रह पाता। ऐसी स्थिति में सेवन करने योग्य श्रेष्ठ योग 'गर...
अनुचित तरीके से आहार-विहार करने, तेज मिर्च-मसालेदार, तले हुए व खटाईयुक्त पदार्थों का सेवन करने, दूषि...
कुछ पाक विधियां सिर्फ पुरुषों के लिए सेवन योग्य होती हैं और कुछ विधियां सिर्फ स्त्रियों के लिए तो कु...
त्वचा पर फोड़े-फुंसी, चर्म विकार, मकड़ी या जहरीले कीड़े की रगड़ से होने वाले फोड़े या घाव, सूखी-गीली खुजल...
जैसा कि नाम से ही जाहिर है कि महावातविध्वंसक रस यानी वात तथा वात रोगों का विध्वंस करने वाला रस। इसके...
गलत आहार-विहार के कारण कुपित हुआ पित्त अपनी बढ़ी हुई उष्णता से शुक्र को पतला तथा उष्ण कर देता है। इसस...
प्रत्येक युवक की यह तमन्ना होती है कि उसकी भुजाएँ बलिष्ठ हों और चेहरे से ज्यादा आकर्षण पूरे शरीर में...