ज़िंदगी में मेरी ये हादसा तो होना ही था, उसे कभी ना कभी तो बेवफा होना ही था।
तलवार अगर मुफ्त भी मिलती हो तो मत लो, तलवार से बच्चों के मुकद्दर नहीं बनते - इसहाक असर
हम बा-वफा थे इसलिए नजरों से गिर गये , शायद तुम्हें तलाश किसी बेवफा की थी।
अब ये होगा शायद अपनी आग में खुद जल जाएँगे, तुम से दूर बहुत रह कर भी क्या पाया क्या पाएँगे - अहमद ह
इस तरह सताया है, परेशान किया है, गोया कि मुहब्बत नहीं एहसान किया है - अफजल फिरदौस
कभी खुशी से खुशी की तरफ नहीं देखा, तुम्हारे बाद किसी की तरफ नहीं देखा - मुनव्वर राना
जिसे हम टूट कर चाहें वही अपना नहीं लग‍ता, अगर दिल टूट जाए तो कहीं अच्छा नहीं लगता - सय्यद सुबहान अ
हो सके तो परहेज जितना इससे उतना कीजिए, इश्क़ वो नासूर है जिसका कोई मरहम नहीं।
तबीयत अपनी घबराती है जब सुनसान रातों में, तो ऎसे में तेरी यादों की चादर तान लेते हैं ------- फ़िराक़

बड़ा होने से डरता है

बुधवार, 27 जनवरी 2010
मेरे दिल के किसी कोने में इक मासूम सा बच्चा, बड़ों की देख के हालत बड़ा होने से डरता है -------- राजेश

सारे जहाँ का दर्द

बुधवार, 27 जनवरी 2010
खंजर चले किसी पे तड़पते हैं हम अमीर, सारे जहाँ का दर्द हमारे जिगर में है -----------अमीर मीनाई

नसीब जिनको तेरे रुख़ की

बुधवार, 27 जनवरी 2010
नसीब जिनको तेरे रुख़ की दीद होती है, वो ख़ुशनसीब हैं ख़ूब उनकी ईद होती है--------- अमीर मीनाई
मर कर भी दिखा देंगे तेरे चाहने वाले, मरना कोई जीने से बड़ा काम नहीं है---- शकीला बानो
दिल दो तरह का तेरी मुहब्बत में चाहिए, राहत में एक, एक मुसीबत में चाहिए - दाग़
हमारे दिल में बेखटके मुहब्बत अपनी रहने दो, अमानतदार का घर है, अमानत अपनी रहने दो - दाग़
मैंने चाहा जो तुम्हें उसका गुनहगार तो हूँ, मगर इतना भी समझ लो कि वफ़ादार तो हूँ - दाग़
वो हमें जब भी बुलाएँगे चले जाएँगे, उससे मिलना हो तो मौसम नहीं देखा जाता - मुनव्वर राना
मिलेगा जब उसे ये ख़त लिखा हुआ मेरा, वो उसके बाद न देखेगा रास्ता मेरा - मुनव्वर राना
मैं नहीं कहता लोग कहते हैं, एक जैसे हैं प्यार और पानी, जिस तरह हो झुकाव बहते हैं - अज़ीज़ अंसारी
पीने वालों को बहकते देख के शरमाए हैं, किसका किसका ग़म दूर करेगी बेचारी शराब