स्मार्ट फोन कैटेगरी में एंडरॉयड फोन और इसकी एप्लीकेशन्स मोबाइल यूजर्स को अंतरराष्ट्रीय मोबाइल कंप्यूटिंग और मोबाइल ब्रॉडबैंड से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय मोबिलिटी का जबरदस्त अनुभव करा रही हैं। दिसंबर 2010 तक ही एंडरॉयड मार्केट के लिए 2 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन्स, गेम्स और सॉफ्टवेयर विजेट्स बनाई जा चुकी थीं।
तकनीकि रूप से एंडरॉयड एक मोबाइल डिवाइस सॉफ्टवेयर सिस्टम है, जो कि एक ऑपरेटिंग सिस्टम, मिडिलवेयर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम और विशेष टेक्नीकल एप्लीकेशन्स के तौर पर काम करने में समर्थ है। एंडरॉयड एप्लीकेशन्स वाले फोन में किसी भी अंतरराष्ट्रीय मोबाइल फोन सेट्स के बराबर या ज्यादा एप्लीकेशन्स यूजर को मिलती हैं।
एंडरॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम तकनीकि आधार पर सेलफोन, नेटबुक और टेबलेट पीसी एडीशन में इस्तेमाल किया जा सकता है। एंडरॉयड ओएस पर आधारित व्यावसायिक स्तर का पहला मोबाइल फोन एचटीसी ड्रीम था जो अक्टूबर 2008 में लांच हुआ।
शुरुआत से लेकर आजतक एंडरॉयड में कई वर्जन और अपडेट्स हुए हैं जिनमें एंडरॉयड 2.0 / 2.1 इक्लेयर से लेकर एंडरॉयड 2.3.3 जिंजरब्रेड तक कईयों के नाम लिए जा सकते हैं। हालांकि इनमें से एंडरॉयड 2.2 (फ्रोयो) ही सबसे ज्यादा प्रचलित मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम रहा है।
कुछ लोग तो एंडरॉयड फोन्स को बैट्री बैकअप, स्क्रीन साइज जैसे कुछ मामलों में एपल के आईफोन से भी बेहतर मानते हैं। एंडरॉयड फोन द्वारा आप मेलिंग, चैटिंग, वीडियो कॉलिंग, एमएमएस सेंडिंग, मल्टीमीडिया ऑडियो वीडियो प्लेयर, जावा सपोर्ट, तेज रफ्तार ब्राउजिंग, वीडियो स्ट्रीमिंग, जीपीएस मैपिंग, ब्लूटूथ डेटा ट्रान्सफर व अन्य स्मार्टफोन सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं।
एंडरॉयड फोन का मार्केट भी लगातार बढ़ रहा है और उसी के अनुसार एंडरॉयड पर उपलब्ध एप्लीकेशन्स की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। एंडरॉयड पर मल्टीटच और मल्टीटास्किंग फैसिलिटी पूरी तरह उपलब्ध है।
एक एंडरॉयड फोन सेट किसी वायरलेस हॉट स्पॉट की तरह भी प्रयोग हो सकता है। इसके अलावा एंडरॉयड फोन में वायस आधारित डेटा सर्चिंग और एंडरॉयड मार्केट एप्लीकेशन की सुविधा भी उपलब्ध हो गई है।