जीने की चाह खत्म हो गई है तो 10 ऐसे काम करें, फिर जाग उठेगी उमंग

जिंदगी कितनी खूबसूरत है यह तब पता चलता है जबकि हम आंखें खोलकर जीना प्रारंभ कर देते हैं। कई लोग बेहोशी में ही जी रहे हैं और कब जवानी गुजर गई पता ही नहीं चलता है। किसी भी कारणवश आपकी जीने की चाह खत्म हो गई है तो आप ऐसे 10 कार्य करें जिससे आपकी जीने की उमंग फिर से जाग उठे। 10 काम बताने के पहले एक बात जान लें कि पशु आत्महत्या नहीं करता क्योंकि वह जीना जानता है।
 
 
1. भोजन का लें मजा : दुनिया में ऐसे 1 हजार व्यंजन होंगे जो अभी तक आपने खाए नहीं होंगे। आप उन व्यंजनों की लिस्ट बनाएं और उन्हें खाने के स्थान ढूंढे या खुद बनाना सीखें। यदि आप यह पसंद नहीं करते हैं तो गरीबों को भोजन कराएं। आपको बहुत सुकून मिलेगा।
 
2. घूमने का लें मजा : दुनिया को तो छोड़ दें आपके आसपास ऐसे 1 हजार स्थान होंगे जहां आप अभी तक नहीं गए हैं। एक बार आप अपने देश का भ्रमण ही कर लें तो पता चल जाएगा कि दुनिया कितनी खूबसूरत है। चलिए यदि आपने ये कार्य कर लिया है तो जरा सोचे कुछ लोग ऐसे हैं जो तीर्थ यात्रा करना चाहते हैं परंतु धन के अभाव में कहीं नहीं जा पा रहे हैं। क्या आप उनके लिए कुछ कर सकते हैं?
 
3. दूसरों के लिए जीएं : चलो मान लिया आपकी जीने की चाह खत्म हो गई है तो आप दूसरों के लिए भी तो जी सकते हो? क्या आपने अपने माता पिता की कभी सेवा की? क्या आपने गौ सेवा की? देश सेवा की बात तो छोड़िए क्या आपने कभी अपने परिवार या समाज की सेवा की? चलो जाने तो इन्हें भी कभी किसी अनाथ बच्चे की सेवा कर देना क्योंकि वो तो बिचारा तो अभी जीना चाहता है, पढ़ना चाहता है और जीवन में कुछ बनना चाहता है। किसी गरीब की बेटी की शादी भी करवा सकते हो तो करवा देना। जरा देश में घूमे, कितने ही लोग हैं जो जीना चाहते हैं परंतु गरीबी या बुरे लोग उन्हें जीने नहीं दे रहे हैं।
 
4. प्रकृति या भगवान को कभी ‍दिया धन्यवाद? : आपको यह जन्म प्रकृति ने दिया या भगवान ने। किसी ने भी दिया हो आपने उन्हें कभी धन्यवाद कहा? कभी नि:स्वार्थ भगवान की पूजा या मंदिर की सेवा करके देखें या प्रकृति के लिए कोई कार्य करने का सोचे। मरने से पहले इतने सारे वृक्ष लगा जाएं कि लोग आपको याद करें और जब दूसरा जन्म लें तो वही लहलहाते वक्त आपका स्वागत करें। 
 
5.  कुछ नया सीखें : ऐसी बहुत सी बातें हैं जो आपने अब तक नहीं सीखी होगी। जैसे तैरना, घुड़सवारी, कार चलाना, कोई नई भाषा, गिटार बजाना, शरतरंज, योगासन या किसी से प्यार करना सीखें आदि सैंकड़ों बातों में से कुछ तो होगी जो आप सीखना चाहते होंगे। 
 
6. प्रवचन सुनें : आप ओशो रजनीश, जग्गी वासुदेव महाराज, श्रीश्री रविशंकर जैसे लोगों के प्रवचन सुनें। आपने अब तक जिंदगी में यह नहीं जाना है कि यह आत्मा, परमात्मा या सृष्टि क्या है। यह भी नहीं जाना है कि जीवन क्या है, जीना किसे कहते हैं। तभी तो आप अवसाद में जी रहे हैं। तभी तो अपमें जीने की इच्छा खत्म हो गई है। आप दु:खों से घबराकर पलायन करना चाहते हैं। युद्ध का मैदान छोड़कर भागना चाहते हैं। यदि किसी के प्रवचन नहीं सुनना चाहते हैं तो मोटिवेशनल स्पीच सुनें।
 
7. खेल से खुद को जोड़ें : आपको यदि शतरंज का शौक है तो उससे फिर से जुड़ें। नहीं है तो किसी भी प्रकार के खेल से खुद को जोड़ें। आप कोई स्पोर्ट्स क्लब ज्वाइन करें।
 
8. आत्मकथा लिखें : आप लेखन से जुड़कर कविता, कहानी या खुद की आत्मकथा लिखें और उसे दुनिया के सामने लाएं। जरूरी नहीं है कि आत्मकथा लिखने वाले कोई महान लोग होते हैं। सिर्फ आत्मकथा लिखकर भी महान बना जा सकता है।
 
9. किताबें पढ़ें फिल्में देखें : आपने अभी तक वह किताबें नहीं पढ़ी है जिन्हें पढ़ना चाहिए। दुनिया में ऐसी कई किताबें हैं जो आपमें जीने की उमंग जगा देगी। रहस्य, रोमांच और ज्ञान से भरपूर हजारों किताबें मिलेगी। आप उन्हें पढ़कर खुद में बदलाव कर सकते हैं। ऐसी कई फिल्में और सीरिज हैं तो आपने अभी तक नहीं देखी होगी। आप उन सभी की एक लिस्ट बनाएं जो आप देखना चाहते हो और देख डालो।
 
10. अपना शहर छोड़ दें : यदि आप अपने शहर से ऊब गए हैं तो आपन किसी ऐसे शहर में रहने जाएं जहां पर प्रकृति के साथ मनोरंज के भी कई साधन हो। कहते हैं कि स्थान बदलने से भी जीने का उत्साह बढ़ जाता है और आपन वहां जाकर कुछ नया करने लगते हैं। आपको आपने जीवन का उद्देश्य ढूंढना चाहिए।

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