Motivational: इतने पैसे नहीं थे कि UPSC की कोचिंग लें, स्टेशन पर किया कुली का काम और फ्री वाई-फाई इस्तेमाल कर बन गए IAS
सोमवार, 10 जनवरी 2022 (13:45 IST)
अगर आपके पास कुछ करने की इच्छाशक्ति हो तो कोई भी आपको कामयाब होने से रोक नहीं सकता। संकल्प और इच्छाशक्ति का एक ऐसा ही वाकया सामने आया है, जिसे बारे में जानकर आपको भी गर्व महसूस होगा।
यह कहानी है एक कुली के आइएएस अफसर बनने की। जी हां, आइएएस अफसर बनने के लिए लोग अपनी जी जान झोंक देते हैं, वे कई तरह की कोचिंग करते हैं। लेकिन केरल के श्रीनाथ ने बिना कोचिंग के UPSC परीक्षा पास कर ली। इतना ही नहीं, यह सफलता उन्होंने रलवे स्टेशन पर कुली का काम करते हुए हासिल की है।
उन्होंने पहले केरल पब्लिक सर्विस कमीशन (KPSC) की परीक्षा पास की और फिर UPSC में भी उन्हें कामयाबी मिल गई।
श्रीनाथ मुन्नार के मूल निवासी हैं। उन्होंने अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए एर्नाकुलम में कुली के तौर पर काम किया। वो अपने परिवार में अकेल कमाने वाले हैं।
साल 2018 में उन्होंने कड़ी मेहनत करने का फैसला किया ताकि उनकी कम आय के कारण उनकी बेटी के भविष्य से समझौता न करना पडे। जल्द ही उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के बारे में सोचा। लेकिन आर्थिक तंगी ने उन्हें परेशान कर दिया। बगैर पैसों के ये मुमकिन नहीं था।
श्रीनाथ जानते थे कि वो कोचिंग सेंटर की फीस नहीं दे पाएंगे। इसके बाद उन्होंने KPSC की तैयारी करने का दूसरा तरीका निकाला। जनवरी 2016 में मुंबई रेलवे स्टेशन पर फ्री वाई-फाई की सेवा शुरू हुई थी। लिहाजा उन्होंने स्मार्ट फोन के जरिए पढ़ाई शुरू की।
फ्री वाईफाई की मदद से श्रीनाथ रेलवे स्टेशन पर काम करते हुए ऑनलाइन लेक्चर सुनते थे। KPSC में पास होने के बाद चौथे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की भी परीक्षा पास कर ली।
आज आईएएस श्रीनाथ उन लाखों छात्रों के लिए एक प्रेरणा की तरह हैं, जो कुछ असफल प्रयासों के बाद निराश महसूस करते हैं, जो संसाधनों की कमी के कारण अपनी क्षमताओं पर विश्वास नहीं करते हैं और जो पारिवारिक जिम्मेदारियों और अपने स्वयं के सपनों के बीच फंसे हुए हैं।
सोशल मीडिया में उनकी कामयाबी की यह कहानी वायरल हो रही है। हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। लोग कह रहे हैं कि कामयाबी हो तो ऐसी कि लोग मिसाल पेश करें। सुविधाओं के साथ तो हर कोई कामयाब हो जाता है, लेकिन अभावों में इस तरह मेहनत कर के सफल होना बिरले का ही काम है।