गुजरात के 10 बेहतरीन पर्यटन स्थल, सैर-सपाटे के लिए जरूर जाएं

अनिरुद्ध जोशी

शुक्रवार, 30 जुलाई 2021 (14:41 IST)
गुजरात में घूमने फिरने के लिए कई रोमांचक, तीर्थ और प्राकृतिक स्थल है। उन्हीं में से 10 खास पर्यटन स्थल के बारे में जानिए संक्षिप्त में। यहां के यात्रा के लिए आप कभी भी किसी भी मौसम में जा सकते हैं।
 
 
1. कच्छ का रण : गुजरात के कच्छ जिला क्षेत्र की राजधानी भुज एक प्राचीन और ऐतिहासिक शहर है। यहां आप कच्छ का रण या सफेद रेगिस्तान देख सकते हैं। भुज में वास्तुकला की अद्भत संरचनाओं को भी देखा जा सकता है। भुज में हमीरसार झील भी देखने लायक स्थान है। कच्छ एक रेगिस्तान क्षेत्र है। यहां का रेगिस्तान दुनिया का सबसे अलग रेगिस्तान है जो कि सफेद है। आमतौर पर रेगिस्तान पीले होते हैं परंतु यह सफेद है। यह सफेद रेगिस्तान रेत का नहीं, बल्कि नमक का है। इसे द ग्रेट रण ऑफ कच्छ कहते हैं।
 
2. गिर वन्यजीव अभयारण्य : गिर वन राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य, गुजरात राज्य व पश्चिम-मध्य भारत में स्थित है। 1424 वर्ग किलोमीटर में फैले इस अभयारण्य में शेर, सांभर, तेंदुआ और जंगली सूअर प्रमुखता से पाए जाते हैं। जंगल के शेर के लिए अंतिम आश्रय के रूप में गिर का जंगल, भारत के महत्वपूर्ण वन्य अभयारण्यों में से एक है। गिर के जंगल को सन् 1965 में वन्यजीव अभयारण्य बनाया गया और 6 वर्षों बाद इसका 140.4 वर्ग किलोमीटर में विस्तार करके इसे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में स्थापित कर दिया गया। जूनागढ़ नगर से 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में शुष्क झाड़ीदार पर्वतीय क्षेत्र में स्थित इस उद्यान का क्षेत्रफल लगभग 1,295 वर्ग किलोमीटर है। इसके अलावा सासन गिरी है। सासन गिरी मुख्य रूप से यहां स्थित शेर अभयारण्य के लिए प्रसिद्द है। यह गिर पहाड़ियों के उत्तर और पश्चिम में स्थित है जहाँ भारी संख्या में सैलानी घूमने आते हैं।
 
 
3. सोमनाथ मंदिर और भालका तीर्थ : 12 ज्योतिर्लिगों में से एक सोमनाथ के ज्योतिर्लिंग को पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है। पावन प्रभास क्षेत्र में स्थित इस सोमनाथ-ज्योतिर्लिंग की महिमा महाभारत, श्रीमद्भागवत तथा स्कंद पुराणादि में विस्तार से बताई गई है। चन्द्रदेव का एक नाम सोम भी है। उन्होंने भगवान शिव को ही अपना नाथ-स्वामी मानकर यहां तपस्या की थी इसीलिए इसका नाम 'सोमनाथ' हो गया। यहीं प्रभाष क्षेत्र में ही भगवान श्रीकृष्ण ने एक वृक्ष के नीचे अपनी देह का त्याग कर दिया था। उस जगह को भालका तीर्थ कहा जाता है।
4. द्वारिका धाम : भारत के गुजरात राज्य के पश्चिमी सिरे पर समुद्र के किनारे स्थित 4 धामों में से 1 धाम और 7 पवित्र पुरियों में से एक पुरी है द्वारिका। यहां पर श्रीकृष्ण का एक प्राचीन मंदिर है और समुद्र में डूबी हुई द्वारिका नगरी। द्वारिका 2 हैं- गोमती द्वारिका, बेट द्वारिका। गोमती द्वारिका धाम है, बेट द्वारिका पुरी है। बेट द्वारिका के लिए समुद्र मार्ग से जाना पड़ता है। चार धामों में से एक द्वारिका धाम का मंदिर लगभग 2 हजार से भी अधिक वर्ष पुराना है। द्वारिकाधीश मंदिर से लगभग 2 किमी दूर एकांत में रुक्मिणी का मंदिर है। कहते हैं, दुर्वासा के शाप के कारण उन्हें एकांत में रहना पड़ा।
 
 
5. सापुतारा : यह गुजरात का बहुत ही सुंदर हिल स्टेशन है। हरे भरे वनों से लदे और बहुत ही शानदार झरने के साथ इसे देखना बहुत ही सुकूनभरा है। यदि आपको ट्रैकिंग करना पसंद है तो ये जगह आपके लिए उपयुक्त है क्योंकि यह जगह ट्रैकिंग और एडवेंचर्स के लिए काफी प्रसिद्ध है।
 
6. स्टेचू ऑफ़ यूनिटी : यह स्थल हाल में विकसित हुआ है, परंतु यह बहुत ही रोमांचक है। स्टेचू ऑफ़ यूनिटी ने लाखों लोगों को अपनी और आकर्षित किया है। यह स्थल सरदार सरोवर बांध के पास बना है जहां विश्व का सबसे ऊंचा स्टेचू है। यह स्टेचू सरदार वल्लभ भाई के सम्मान में बनाया गया है। यहां स्टेचू को देखने के अलावा मनोरंजन के और भी कई साधन है।
 
 
7. धोलावीरा और लोथल : यदि आप प्राचीन भारत के अवशेष देखना चाहते हैं और आपकी रुचि आर्कियोलॉजी साइट को देखने और उसे समझने की है तो आपको धोलावीरा और लोथल की यात्रा जरूर करना चाहिए। गुजरात के कच्छ जिले के मचाऊ तालुका में मानसर एवं मानहर नदियों के मध्य स्थित सिन्धु सभ्यता का एक प्राचीन तथा विशाल नगर धोलावीरा लगभग 5 हजार वर्ष पुराना शहर है। इसी तरह लोथल प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता के शहरों में से एक पुरातात्विक स्थल है जो अहमदाबाद जिले के धोलका तालुका के गांव सरागवाला के निकट स्थित है।
 
 
8. पावागढ़ : यह बड़ोदा के पास हलोल में स्थित है। पावागढ़ एक छोटा हिल स्टेशन है जहां पर माता कालिका का प्राचीन मंदिर है। पावागढ़ को विश्व विरासत स्थल का दर्जा भी मिल चुका है। चंपानेर पावागढ़ पुरातत्व पार्क, पावागढ़ हिल, कालिका माता मंदिर, पावागढ़ मंदिर, माची हवेली और सदनशाह पीर दरगाह यहां के प्रमुख दार्शनिक स्थल हैं।
 
9. जामनगर : जामनगर को वास्तुकला का प्रसिद्ध स्थल माना जाता है। यहां पर किलों, महलों और धार्मिक स्मारकों की भरमार है जिनमें प्रमुख हैं- कोठा गढ़, विलिंगटन क्रीसेंट, लखोटा किला, धूपघड़ी, जामसाहब महल, बोहरा हजीरा, लखोटा संग्रहालय, रनमल झील, आदिनाथ मंदिर, बाल हनुमान मंदिर, भीड़ भंजन मंदिर, शांतिनाथ मंदिर और बेट द्वारका बीच रोजी।
 
 
10. जूनागढ़ : जूनागढ़ एक प्राचीन शहर है। यहां पर गिरनार हिल स्टेशन पर घूमना और वहां के प्राचीन भव्य मंदिर और प्राचीन इमारतों को देखना अद्भुत है। जूनागढ़ की सुंदरता काफी मनभावक है।
 
इसके अलावा आप वडोदरा, गांधीनगर, आणंद, पोरबंदर, सूरत, अहमदाबाद, चंपानेर, मांडवी, पाटन, राजकोट और भावनगर भी घूम सकते हो। 

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