इस सूची में सभी नाम इंदौर जिले की 9 विधानसभा सीटों के थे। हालांकि पहली नजर में ही यह सूची फर्जी नजर आ रही थी, लेकिन फिर भी लोगों ने माहौल बनाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं एएनआई ने इस सूची को ट्वीट भी कर दिया, लेकिन बाद में उन्होंने भी इस सूची को गलत बताते हुए पुराने ट्वीट को हटा लिया।
पिछली सूची में ऐसा जरूर हुआ है कि पिता के स्थान पर पुत्र को टिकट दे दिया गया, लेकिन दोनों को एक साथ नहीं दिया गया। सांची से गौरीशंकर शेजवार के स्थान पर उनके बेटे को टिकट दिया गया है। दूसरा इस सूची में जीतू जिराती का नाम भी लोगों को खटक रहा था क्योंकि जिराती का नाम तो दावेदारों में भी शामिल नहीं था।