मंदसौर में इस बार कांटे का मुकाबला, कांग्रेस ने पूर्व मंत्री को उतारा

मध्यप्रदेश की मंदसौर विधानसभा सीटों की गिनती हाई प्रोफाइल सीटों में होती है। यहां से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री नरेन्द्र नाहटा को उम्मीदवार बनाया है, वहीं भाजपा ने तीसरी बार यशपाल सिसोदिया को मैदान में उतारा है। दोनों ही तगड़े उम्मीदवार हैं। ऐसे में यहां मुकाबला कांटे का हो गया है। अपने उम्मीदवारों को मजबूती प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अल्पसंख्यक और कारोबारी जमात के वोट बाहुल्य वाली इस सीट पर नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को आमसभा करेंगे।
 
पिछले चुनाव में भाजपा के यशपालसिंह सिसोदिया ने कांग्रेस के महेन्द्र सिंह गुर्जर को मोदी लहर में लगभग 24 हजार वोटों से हराया था। हालांकि इस बार राज्य में कोई लहर नहीं है और मतदाता भी मौन है। ऐसे में दोनों ही पार्टियां जीत के दावे तो कर रही हैं, लेकिन अंदर से दोनों ही परिणाम को लेकर डरी हुई हैं। अभी कोई नहीं जानता कि मतदाता का झुकाव किस तरह रहेगा। 
भाजपा उम्मीदवार सिसोदिया ने वेबदुनिया से बातचीत में कहा कि मोदी सरकार ने लोगों को पक्के मकान, बिजली और उज्जवला योजना के तहत गैस उपलब्ध करवाई। क्षेत्र में विकास कार्य भी काफी हुए हैं और जो शेष काम बचे हुए हैं, उन कामों को सरकार बनने के बाद पूरा करेंगे। राज्य में बदलाव की बात पर सिसोदिया कहते हैं कि बदलाव तो जनता करती है, कांग्रेस के कहने से बदलाव नहीं होगा। 
दूसरी ओर कांग्रेस सरकार में कैबीनेट मंत्री रहे नरेन्द्र नाहटा ने कहा कि भाजपा सरकार ने कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों की कमर तोड़ दी है। डोडा चूरा के नाम पर गरीब किसानों को तस्कर बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बदलाव तय है, 28 नवंबर को तो सिर्फ औपचारिकता होगी। 

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