मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस पूरी तरह कमर कसे हुए हैं। भाजपा को केंद्र सरकार के फैसले तकलीफ में डाले हुए हैं, जिसके चलते भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान से केंद्र की उपलब्धियां और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ज़िक्र बिल्कुल गायब लगता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूं तो भाजपा के स्टार प्रचारक हैं और उनके बाद नंबर आता है राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का, लेकिन गत दिवस जब अमित शाह एमपी के दौरे पर आए थे तब भाजपा के गढ़ मालवा में उपस्थिति के लिहाज़ से उनके कार्यक्रम फीके ही रहे थे। उलटा सपाक्स और करणी सेना का उन्हें विरोध झेलना पड़ा था।
कमोबेश यही स्थिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर ज़मीन पर दिखाई देती है। क्योंकि नोटबंदी, जीएसटी, एससीएसटी बिल, पेट्रोल-डीज़ल के बड़े हुए दाम जैसे कई मामले हैं, जो मोदी के फैसलों से जुड़े हैं। इनका जमीन पर काफी विरोध है, जबकि सीएम शिवराजसिंह चौहान की छवि एक भले नेता की है, जो किसान, गरीब, मजदूर और महिला वर्ग के हित में फैसले लेते हैं। उसी का परिणाम है की भाजपा के प्रचार अभियान में केंद्र और मोदी नहीं दिखाई दे रहे
सपाक्स समाज पार्टी के नीमच जिलाध्यक्ष एडवोकेट अजय भटनागर जो कि स्वयं आरएसएस के स्वयंसेवक रहे हैं कहते हैं कि आम जनता में मोदी के फैसलों का ज्यादा विरोध है, जबकि शिवराज की इमेज एक सकारात्मक नेता की है। यह सही है भाजपा मोदीजी का नाम लेने से चमक रही है
इस मामले को लेकर जब हमने भाजपा नेताओं से बात की तो वे पहले पूछते हैं कि वक्तव्य लिखोगे तो नहीं, जब वे सुनते हैं लिखूंगा तो बोलते हैं कि इस मामले से हमें दूर रखो। जब हमने भाजपा के प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर से बात की तो वे बोले पार्टी दोनों चेहरों को लेकर जनता के बीच जाएगी।
जब हमने मंदसौर के तेज तर्रार विधायक यशपाल सिसौदिया से बात की तो उन्होंने एक सांस में सीएम शिवराज की उपलब्धियां गिना दीं। जब हमने पूछा की मोदी जी को पार्टी इलेक्शन कैंपेन में फ्रंट पर नहीं रख रही है तो तपाक से बोले नहीं मोदी जी के पीएम बनने पर सोने पर सुहागा हुआ है क्योंकि मोदी जी के कारण एमपी को नया स्वरूप मिला है। किसान नेता और प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर मंदसौर से आते हैं।