सिंह ने कहा है कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है और इसमें इस तरह पत्रों के जरिए अपनी बात कहने की परंपरा नहीं है। हमें जो भी कहना होता है, पत्र से नहीं, आपस में मिलकर बात कर लेते हैं। मेरे मन में पार्टी या किसी पदाधिकारी को लेकर किसी तरह का असंतोष स्वप्न में भी नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि मुझे यह पत्र देखकर घोर आश्चर्य हुआ है। जिसने भी यह करतूत की है उसको कानूनन सजा दिलाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।