दरअसल, इंदौर की विधानसभा 1 से प्रीती गोलू अग्निहोत्री का नाम पार्टी ने तय किया, जिसके बाद से दूसरे दावेदार कमलेश खंडेलवाल और संजय शुक्ला बगावत पर उतर आए। विधानसभा एक से दावेदार कमलेश खंडेलवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की। वहीं, दीपक बावरिया पर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए संजय शुक्ला ने पत्नी को विधानसभा एक से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ाने की बात कही है।
उधर खंडेलवाल ने कहा कि उन्हें दावेदारी वापस लेने के लिए 10 करोड़ का ऑफर दिया गया था। उन्होंने कहा कि हालांकि मैं राजनीति में सेवा के लिए आया हूं, समझौते के लिए नहीं। मैं भी चुनाव लड़ूंगा, क्षेत्रीय दलों के सम्पर्क में हूं।
गौरतलब है कि विधानसभा-1 में टिकट को लेकर संजय शुक्ला, कमलेश खंडेलवाल और गोलू अग्निहोत्री दौड़ में थे। इस सीट को लेकर कांग्रेस नेताओं में आम सहमति भी नहीं बन पा रही थी। क्योंकि दिग्विजय सिंह की पसंद खंडेलवाल थे, वहीं सुरेश पचौरी शुक्ला को टिकट दिलवाना चाहते थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया और दीपक बावरिया गोलू अग्निहोत्री को टिकट देने के पक्ष में थे। आखिरकार महिला होने के नाते गोलू अग्निहोत्री को टिकट मिला।