क्या अब भी असर बचा है जहरीली गैस का?
संभावना ट्रस्ट क्लिनिक में कम्युनिटी हेल्थ वर्कर (Health Worker) राजेश गौर बताते हैं कि भोपाल गैस त्रासदी के बाद अभी भी लोगों को हेल्थ की परेशानियां देखी गई हैं। अगर हम बात करें कोविड-19 के दौरान मृत्यु दर की तो इसमें सबसे ज्यादा जान गंवाने वाले लोगों का प्रतिशत भोपाल गैस त्रासदी की सेकंड जनरेशन में देखा गया है। जहरीली गैस का शिकार बने परिवारों की दूसरी और तीसरी पीढ़ी में असर देखा गया है और इनकी मृत्यु दर आम लोगों की तुलना में सर्वाधिक पाई गई है। WHO के अनुसार क्रॉनिक बीमारियां जैसे डायबिटीज, हाईपरटेंशन व अस्थमा से ग्रसित लोगों को कोविड-19 से ज्यादा खतरा है।