जनसेवा से संबद्ध विभागों के साथ यह मसला सदैव रहता है। सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों की लापरवाही ,पुलिस की अकर्मण्यता या फिर नगर निगम के सेवा कर्मियों द्वारा शहर को साफ किए जाने की कोताही जैसे मसले, हमेशा अखबार में सुर्खियों में स्थान पाते हैं तथा आम जन के भीतर इनकी छवि उसी प्रकार से विकसित होती है, जैसी दिखाई जाती है।