जो लोग समझते हैं कि फेसबुक केवल सोशल मीडिया है, वे इसके बिजनेस मॉड्यूल के बारे में नहीं जानते। फेसबुक कारोबारी दुनिया में बहुत बड़ा संस्थान है। पिछले पांच साल से यह फॉर्च्यून 500 की लिस्ट में लगातार आ रहा है और इसमें 23 हजार से अधिक कर्मचारी हैं।
खास बात यह है कि सन 2017 में फेसबुक के शेयर्स के दाम 53.4 प्रतिशत बढ़े और इस साल भी लगभग इसी गति से बढ़ सकते हैं। नास्डाक में दर्ज इसके शेयर लगातार ऊंचे उठ रहे हैं और इस कंपनी की कमाई हर साल अपने ही पिछले रिकॉर्ड तोड़ती रहती है। अमेरिकी शेयर बाजार की विशेषज्ञ फर्म एस एंड पी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस के अनुसार फेसबुक कंपनी का विकास इसी गति से होता रहा, तो 2018 में इसके शेयर की कीमत और बढ़ेगी।
2017 के जनवरी और फरवरी महीनों के बीच फेसबुक के शेयर 18 प्रतिशत बढ़े। उसके पहले 2016 के अंत तक उसके शेयर तेजी से बढ़ रहे थे और जनवरी-फरवरी 2017 में जिस तरह इसके शेयर बढ़े, उससे निवेशक खुश ही हुए होंगे। फेसबुक से होने वाली विज्ञापनों की बिक्री की आय केवल तीन महीनों में 8.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई।
एक वर्ष पहले वाले तिमाही से यह 51 प्रतिशत अधिक थी। अनुमान था कि कंपनी को प्रति शेयर 1.31 डॉलर का मुनाफा होगा, लेकिन मुनाफा हुआ 1.41 डॉलर प्रति शेयर। 2016 में फेसबुक के एक्टिव यूजर्स बढ़कर 1.46 करोड़ हो गए, जिसमें 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
फेसबुक के शेयरों ने गत वर्ष जुलाई में वॉल स्ट्रीट पर तहलका मचा दिया था। जब प्रति शेयर पर कंपनी की आय 1.32 डॉलर हुई, जबकि अनुमान था 1.12 डॉलर प्रति शेयर। 2018 के प्रारंभ में फेसबुक के एक्टिव यूजर्स 200 करोड़ की संख्या पार कर गए। एक साल में यह वृद्धि करीब 45 प्रतिशत ही रही।
इसी के साथ फेसबुक ने कमाई के नए रिकॉर्ड कायम किए। अनुमान था कि 2017 की तीसरी तिमाही में वह 1.28 डॉलर प्रति शेयर कमाएगी, लेकिन उसने कमाए 1.59 डॉलर प्रति शेयर। फेसबुक की अधिकांश वृद्धि 2017 के पहले 9 महीनों में रही। 2018 शुरू होते-होते फेसबुक के शेयर की कीमत 1 प्रतिशत बढ़ गई। इससे शेयर होल्डर्स का उत्साह भी बढ़ा और अपेक्षा भी।
आने वाले महीनों में कंपनी के शेयर होल्डर्स कंपनी के विकास को लेकर चिंतित है, क्योंकि कंपनी की पूंजीगत लागत, बढ़कर दोगुनी होने वाली है। इसका अर्थ यह हुआ कि फेसबुक की कमाई कुछ कम हो सकती है। इसके बावजूद मार्क जकरबर्ग को विश्वास है कि कंपनी 2018 में भी बहुत अच्छा काम करेगी। शेयर्स में निवेश करने वाली कंपनियों के विशेषज्ञ कहते है कि 2018 में जो कंपनियां टॉप-10 में रहने वाली है, उनमें फेसबुक भी एक होगी।
फेसबुक के शेयरों में आई तेजी का एक प्रमुख कारण फेसबुक द्वारा उसकी न्यूज फीड में किया जाने वाला बदलाव है। यह महसूस किया गया कि न्यूज फीड में बदलाव करने के बाद फेसबुक की विश्वसनीयता बढ़ेगी और इसका असर विज्ञापनों पर भी पड़ेगा। 14 अप्रैल 2017 को जारी कंपनी के घोषणा पत्र के अनुसार मार्क जकरबर्ग के पास फेसबुक की ए श्रेणी के 26 लाख शेयर और बी श्रेणी के 41 करोड़ 10 लाख शेयर्स थे। जकरबर्ग इनमें से 7.5 करोड़ शेयर्स बेचने का इरादा रखते है, ताकि वे अपने समाजसेवा के कार्यों पर धन खर्च कर सकें।
2018 में जिन कंपनियों को अमेरिकी शेयर बाजार आशाभरी निगाहों से देख रहा है, उनमें फेसबुक के अलावा अमेजॉन नेटफ्लीक्स और गूगल प्रमुख हैं। शेयर बाजार के सूत्रों के अनुसार गूगल ने भी 2017 औसत से अच्छा कारोबार किया। जिससे उसके शेयर्स में 37 प्रतिशत की वृद्धि हुई। फेसबुक ने 2017 के पहले 9 महीनों में 27 अरब डॉलर से भी अधिक का विज्ञापन का कारोबार किया।
अभी चौथी तिमाही का रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। मोटे अनुमान के अनुसार फेसबुक के एक शेयर की कीमत 177 डॉलर के आसपास है। भारतीय मुद्रा में एक शेयर की कीमत करीब 12 हजार रुपए के आसपास है और जकरबर्ग के पास है 41 करोड़ 36 लाख शेयर्स। अब आप अंदाज लगा लीजिए कि मात्र जकरबर्ग के पास शेयर्स की कीमत क्या है?