इस वर्ष शुक्रवार, 28 जुलाई 2017 को नागपंचमी है। नाग या सर्प का पूजन तथा कालसर्प दोष के निवारणार्थ इससे अच्छा दिन और कोई नहीं है। पूरा श्रावण मास ही शिवपूजन के लिए प्रशस्त माना जाता है। जिस व्यक्ति की जन्म पत्रिका में कालसर्प दोष उपस्थित होता है, उसके जीवन में समस्या का अंत नहीं होता है। वैसे तो कालसर्प दोष की निवृत्ति पूजन करने से ही होती है। यदि हर वर्ष कराएं तो अधिक लाभ होगा। इससे बचने के उपाय निम्नलिखित हैं-
7. सपेरों से नाग को मुक्त कराएं।
8. कुल देवता, पितृ देवता तथा नाग देवता के मंत्रों का जाप करें।
कालसर्प दोष के निवारण के लिए काले व नीले रंगों से बचें, चंदन का इत्र लगाएं, झूठ न बोलें, नशे से दूर रहें, सामाजिक नियमों का पालन करें, किसी का शोषण न करें। नित्य अपने ईष्ट देवता का पूजन-जप इत्यादि इन दोषों को शिथिल करता है।