पंचमी तिथि का महत्व : पंचमी तिथि के देवता नाग है और यह पूर्ण संज्ञक होकर इसका नाम श्रीमती है। पौष मास में दोनों पक्ष में यह तिथि शून्य फल देती है। पंचमी तिथि की दिशा दक्षिण है। पंचमी पर किए गए कार्य शुभफल दायक होते हैं। शनिवार की पंचमी मृत्युदा होती है। गुरुवार की सिद्धिदा होकर विशेष शुभ फल देती है। शुक्ल पक्ष की पंचमी सुख देने वाली और कृष्ण पक्ष की पंचमी श्री प्राप्ति वाली है।