नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्व के आर्थिक मंच पर तेजी से उभर रहे देशों के संगठन (ब्रिक्स) के 6ठे शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को ब्राजील रवाना हो गए।
ब्राजील रवाना होने से पहले मोदी ने रविवार को यहां कहा कि भारत वैश्विक आर्थिक विकास, शांति, स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए ब्रिक्स को खासा महत्व देता है। पिछले 5 शिखर सम्मेलनों और कई प्रक्रियाओं से गुजरते हुए ब्रिक्स ने अपने लक्ष्य को पूरा करने की बड़ी सफलताएं हासिल की हैं।
यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है, जब दुनिया के कई देश राजनीतिक अस्थिरता, संघर्ष और मानवीय आपदाओं से गुजर रहे हैं। कई उभरती आर्थिक शक्तियों को आर्थिक मंदी देखनी पड़ी है जिससे सतत आर्थिक विकास के रास्ते में चुनौतियां बढ़ गई हैं।
उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन एक ऐसा मौका है, जब हम अपने सहयोगी ब्रिक्स देशों के साथ दुनिया में शांति और स्थिरता का माहौल बनाए रखने में अपने योगदान पर चर्चा कर सकते हैं। इस बात पर चर्चा कर सकते हैं कि किस तरह क्षेत्रीय संघर्ष को खत्म किया जाए और सुरक्षा पर मंडरा रहे खतरों से निपटा जाए।
मोदी ने कहा कि इस सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली में 2012 में हुई शिखर वार्ता की परिकल्पना के अनुसार एक विकास बैंक के गठन की प्रक्रिया को अंतिम स्वरूप देने तथा संयुक्त राष्ट्र एवं अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संगठन में सुधार लाने जैसे महत्वपूर्ण मसलों पर विचार किया जाएगा। इससे ब्रिक्स देशों के विकास और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा और अन्य विकासशील राष्ट्र भी इसका लाभ उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का विषय 'इंक्लूसिव ग्रोथ' सस्टनेवल डेवलपमेंट है। इससे संयुक्त राष्ट्र में चर्चा बने 2015 के विकास एजेंडे को आकार दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मैं बतौर प्रधानमंत्री इस बैठक में पहली बार अपने वैश्विक सहयोगियों ब्राजील, चीन, रूस, और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं से मुलाकात करूंगा और द्विपक्षीय रिश्ते को मजबूत बनाने और वैश्विक तथा क्षेत्रीय विकास के विचारों पर चर्चा करूंगा।
मोदी रविवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन में विश्राम करेंगे और सोमवार को ब्राजील के उत्तरी पूर्वी तट पर स्थित शहर फोर्टालिजा के लिए रवाना होंगे। सम्मेलन का पहला चरण 15 जुलाई को फोर्टालिजा में ही आयोजित होना है। बैठक का दूसरा चरण 16 जुलाई को ब्रासीलिया में होगा।
मोदी के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ब्राजील जा रहा है जिसमें वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एके डोभाल, विदेश सचिव सुजाता सिंह, वित्त सचिव अरविंद मायाराम तथा विदेश मंत्रालय में आर्थिक मामलों की सचिव सुजाता मेहता शामिल हैं। (वार्ता)