नई दिल्ली। भारत ने बुधवार को चीन के साथ 14वें दौर की सैन्य वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में टकराव के शेष स्थानों से सैनिकों को शीघ्र पीछे हटाने पर जोर दिया। सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की ओर चुशुल-मोल्दो 'बार्डर प्वॉइंट' पर कोर कमांडर स्तर की वार्ता हुई।
दोनों पक्ष इस वार्ता में कोई प्रगति हासिल करने में विफल रहे थे। भारतीय थलसेना ने वार्ता के बाद कहा था कि उनकी ओर से दिए गए रचनात्मक सुझाव पर चीनी पक्ष सहमत नहीं हुआ और न ही वह कोई आगे की दिशा में बढ़ने वाला कोई प्रस्ताव पेश कर सका। नए दौर की यह वार्ता ऐसे समय हुई, जब पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील इलाकों में चीन के पुल बनाने पर भारत ने कहा था कि यह इलाका पिछले 60 वर्षों से चीन के अवैध कब्जे में है।