उन्होंने बताया कि इसे नए संसद भवन के शीर्ष पर बनाया गया है और प्रतीक को सहारा देने के लिए इसके आसपास करीब 6,500 किलोग्राम की स्टील की एक संरचना का निर्माण किया गया है। मोदी ने इस दौरान संसद भवन के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों से भी बातचीत की। इस अशोक स्तंभ का निर्माण करीब 2000 कर्मचारियों ने मिलकर किया।