नई दिल्ली। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने 63 भारतीय हवाईअड्डों के लिए 198 बॉडी स्कैनर्स खरीदने का फैसला किया है, जो प्रवेश द्वार पर लगे मौजूदा मेटल डिटेक्टर्स और हाथ से संचालित स्कैनर्स के साथ ही धातु की वस्तुओं का पता लगाने के लिए यात्रियों की हाथ से तलाशी लेने का स्थान लेंगे।
एएआई के अधिकारियों ने बताया, बॉडी स्कैनर्स खरीदने की प्रक्रिया कोविड-19 वैश्विक महामारी से पहले ही इस साल शुरू हो गई थी। महामारी के कारण मार्च से लेकर अब तक सुरक्षाकर्मियों द्वारा यात्रियों की हाथ से तलाशी लेने को कम किए जाने के कारण जल्द से जल्द इन स्कैनर्स को मंगाना महत्वपूर्ण हो गया है।
उन्होंने बताया, सात बॉडी स्कैनर्स को श्रीनगर हवाईअड्डे पर लगाया जाएगा, छह को विशाखापत्तनम हवाईअड्डे, पांच-पांच तिरुपति, बागडोगरा, भुवनेश्वर, गोवा और इंफाल हवाईअड्डों पर लगाए जाएंगे।अधिकारियों ने बताया कि चार-चार बॉडी स्कैनर्स अमृतसर, वाराणसी, कालीकट, कोयंबटूर, त्रिची, गया, औरंगाबाद और भोपाल में हवाईअड्डों पर लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि 63 हवाईअड्डों के लिए 198 बॉडी स्कैनर्स खरीदने के लिए निविदा जारी कर दी गई है और तीन कंपनियों ने दावेदारी पेश की है। अधिकारियों ने बताया, इन तीन कंपनियों ने तकनीकी दावेदारी पेश की है। अगर वे हमारे तकनीकी मापदंड पर खरी उतरती हैं तो हम उन्हें वित्तीय बोलियां पेश करने के लिए कहेंगे। इसके बाद उनमें से एक को ठेका दिया जाएगा।
यात्रियों को हवाईअड्डे पर बॉडी स्कैनर्स से गुजरने से पहले अपनी जैकेट, मोटे कपड़े, जूते, बेल्ट के साथ ही धातु के सभी सामान उतारने होंगे। मशीन से एक पुतले के जैसी तस्वीर दिखाई देती है और अगर स्क्रीन पर पीले रंग की कोई चीज दिखाई देती है तो इसका मतलब होता है कि शरीर के उस हिस्से की और जांच करने की जरूरत है।
अधिकारियों ने बताया कि हवाईअड्डे पर एक बार बॉडी स्कैनर्स लगने के बाद यात्रियों की हाथ से तलाशी लेने की जरूरत नहीं होगी। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (सीआईएसएफ) ने 19 मार्च को कहा था, 63 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों पर तैनात सीआईएसएफ कर्मियों को ‘कम से कम छूने’ के नियम को अपनाने और मास्क, सर्जिकल दस्ताने पहनने के लिए कहा गया है और साथ ही यात्रियों के किसी सामान को न छूने के लिए कहा गया है।