दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को कथित आबकारी घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में केजरीवाल को 12 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्हें तीन दिन पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया था। इससे पहले, आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया था। हाल में उन्हें एक निचली अदालत ने जमानत दी थी, जिस पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी।
केजरीवाल की गिरफ़्तारी के विरोध में आप ने पूरे देश में जगह-जगह प्रदर्शन किए। मुख्य विरोध प्रदर्शन राष्ट्रीय राजधानी में हुआ। पार्टी के शीर्ष नेताओं में राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक, राष्ट्रीय महासचिव पंकज गुप्ता, दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी और इमरान हुसैन प्रदर्शन में शामिल हुए।
पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को मार्च करने से रोका तो वे सड़क पर बैठ गए। राय ने कहा कि भाजपा किसी भी तरह से केजरीवाल को जेल में रखना चाहती है, लेकिन चाहे वह लाख कोशिश कर ले, वह एक दिन जेल से बाहर आ ही जाएंगे।
उन्होंने कहा कि देश के लोगों को भरोसा था कि चुनाव के बाद मोदी सरकार बदल जाएगी, लेकिन वह अपनी तानाशाही जारी रखना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केजरीवाल से नफरत करती है, क्योंकि उन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए नायक के तौर पर देखा जाता है।