अधिकारियों ने बताया कि सेना के रिसर्च एवं रेफरल अस्पताल के डॉक्टरों का एक समूह उनके स्वास्थ्य की स्थिति की निगरानी कर रहा है। एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि यह कोशिश रही है कि वे शीघ्र ही कॉकपिट में लौटें। पाकिस्तान में उत्पीड़न से गुजरने के बावजूद उनका जज्बा काफी ऊंचा है। वे शुक्रवार रात करीब 11.45 बजे वायुसेना की उड़ान से राजधानी लौटे थे। उससे करीब 2.30 घंटे पहले वे अटारी-वाघा सीमा से भारत में पहुंचे थे।
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ ने शनिवार को वर्धमान से अलग-अलग भेंट की थी। उस दौरान वर्धमान ने पाकिस्तान में हिरासत के दौरान मानसिक उत्पीड़न के बारे में बताया। रक्षामंत्री ने उनके साहस की प्रशंसा की और कहा कि राष्ट्र उनकी नि:स्वार्थ सेवा के प्रति आभारी है। (भाषा)