नई दिल्ली। कड़ाके की सर्दी और शीतलहर का सामना कर रहे उत्तर-मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में अब बीते 1 सप्ताह से तेज धूप के दर्शन हो रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय पर बना हुआ है और अन्य ताजा पश्चिमी विक्षोभ 23 जनवरी से पश्चिमी हिमालय तक पहुंच सकते हैं। इसके चलते ऊंचे पहाड़ी इलाकों से बर्फीली हवाओं का मैदानी इलाकों की ओर बहना रुक गया है।
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में ठंडी हवाएं चल सकती हैं। बारिश का यह दौर 26 जनवरी तक चलेगा। दिल्ली-एनसीआर, चंडीगढ़ और हरियाणा के कई इलाकों में 23 से 26 जनवरी के बीच हल्की बारिश होने की संभावना है यानी गणतंत्र दिवस पर भी बारिश का साया मंडरा रहा है। 21 जनवरी की रात से लेकर 26 जनवरी तक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव रहेगा। इसका असर मैदानी इलाकों के साथ ही ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भी देखने को मिल सकता है।
राजधानी दिल्ली में 23 से 27 जनवरी तक न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 11 डिग्री और 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। इस दौरान बाद छाए रहेंगे, बूंदाबादी होगी और तेज हवाएं चलेंगी। हालांकि इसकी वजह से तापमान में बहुत ज्यादा अंतर नहीं आएगा।
आज भारी बारिश संभव : पश्चिमी हिमालय पर हल्की से मध्यम वर्षा और हिमपात के साथ-साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर पश्चिमी उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट और उत्तरी तटीय तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत में न्यूनतम तापमान में और वृद्धि हो सकती है।