मंगलवार, 12 मई से यात्री ट्रेनों में सवार होने वालों को रेलवे पहले की तरह चादर, तौलिया, सामान्य भोजन, पेय आदि मुहैया नहीं कराएगा। फिलहाल यात्रियों को सिर्फ डिब्बाबंद भोजन और हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा। भारतीय रेल का कहना है कि सभी यात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
चुनिंदा मार्गों पर 15 जोड़ी ट्रेनें (अप-एंड-डाउन मिलाकर 30 ट्रेनें) चलाई जाएंगी और इन विशेष ट्रेनों में सिर्फ वातानुकूलित श्रेणी के डिब्बे होंगे और किराया सामान्य राजधानी ट्रेन के अनरूप होगा। भारतीय रेल ने अपने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी चादर, भोजन और पानी साथ लेकर आएं, क्योंकि यात्रा के दौरान रेलवे उन्हें सिर्फ डिब्बाबंद भोजन देगा जिसके लिए उन्हें भुगतान करना होगा।
सार्वजनिक परिवहन का कहना है कि इन ट्रेनों में अग्रिम आरक्षण अधिकतम 7 दिन के लिए होगा, फिलहाल आरएसी और वेटिंग टिकट जारी नहीं होगी, ट्रेन में टीटीई को किसी की टिकट बनाने की अनुमति नहीं होगी। भारतीय रेल ने टिकटें रद्द कराने का भी विकल्प दिया है। इस संबंध में उसका कहना है कि यात्री ट्रेन के प्रस्थान से 24 घंटे पहले तक टिकट रद्द करा सकते हैं लेकिन टिकट रद्द होने पर कुल किराए का 50 प्रतिशत शुल्क के रूप में काट लिया जाएगा।
गौरतलब है कि उक्त विशेष ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलेंगी और डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू-तवी को जाएंगी।
आरक्षण के दौरान प्राप्त टिकटों पर 'क्या करें और क्या ना करें' स्पष्ट रूप से लिखा होगा। सिर्फ वैध आरक्षित टिकटधारकों को रेलवे स्टेशन में प्रवेश की अनुमति होगी। यात्रियों के लिए प्रस्थान बिंदु पर मास्क पहनना और स्वास्थ्य जांच अनिवार्य होगी। सिर्फ उन्हीं लोगों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी जिनमें वायरस से संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आएंगे। यात्रा के दौरान ट्रेन बेहद कम स्टेशनों पर रुकेगी। (भाषा)