दूरसंचार विभाग ने कहा था कि भारती-एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और अन्य कंपनियों को मियाद से पहले समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की रकम शुक्रवार रात 11.59 बजे तक चुकानी होगी, लेकिन इसके बावजूद किसी कंपनी ने भुगतान नहीं किया।
सरकार का एयरटेल पर लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क सहित लगभग 35,586 करोड़ रुपए का बकाया है। कंपनियों ने एजीआर वैधानिक बकाए का भुगतान करने के लिए 2 साल की रोक के साथ 10 साल का समय देने की मांग की थी।