जम्मू। अमरनाथ यात्रा की शुरुआत मौसम की आंख-मिचौनी के बीच हो गई है। पहले ही दिन मौसम ने अपना रंग दिखाया तो श्रद्धालुओं को बेस कैंपों-बालटाल तथा पहलगाम से-आगे बढ़ने की अनुमति देने की खातिर अधिकारियों को कई बार सोचना पड़ा।
फिलहाल मौसम में कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है। नतीजतन 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को खतरनाक यात्रा मार्गों पर धकेल दिया गया है। इस बीच राज्यपाल पवित्र गुफा में प्रथम दर्शन कर पूजा-अर्चना की। राज्यपाल द्वारा किए गए प्रथम दर्शन का रोचक पहलू यह था कि अमरनाथ यात्रा में 75 साल से अधिक के बुजुर्ग को जो की इजाजत नहीं है पर राज्यपाल 82 साल के होते हुए भी यात्रा में शामिल हुए हैं।
अमरनाथ की पवित्र गुफा की यात्रा के शुरू होने से पहले ही बारिश ने खलल डाल दिया। हालांकि बालटाल में बारिश थमने के बाद वहां से यात्रा शुरू हो गई जबकि समाचार भिजवाए जाने तक पहलगाम में अभी हल्की-हल्की बारिश हो रही थी। आज सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण पवित्र गुफा की यात्रा को मौसम साफ होने तक रोक दिया गया था। वहीं प्रशासन ने एहतियातन के तौर पर अगले आदेशों तक श्रद्धालुओं को अपने-अपने स्थान पर ही रुके रहने की अपील की है।
श्राइन बोर्ड के तमाम बेहतर इंतज़ामों और सुरक्षा बलों की चाक-चौबंद निगरानी के बीच बारिश ने सारे प्रबंधों पर पानी फेर दिया है। यात्रा के पहले जत्थे को पहलगाम-बालटाल बेस कैम्प में रोक दिया गया है। श्रद्धालुओं को अब बेस कैम्प के अंदर ही हर एक सुविधा देने की कोशिशें की जा रही हैं। बेस कैम्प के अंदर भंडारे की पूरी व्यवस्था है और इसके साथ ही मेडिकल टीम भी लगातार श्रद्धालुओं ठंड से बचने की हिदायतें दे रही है। मौसम विभाग हर 4 घंटे बाद वैदर अपडेट बुलेटिन जारी करता रहेगा, ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से पहले अलर्ट किया जा सके।
इससे पहले बृहस्पतिवार सुबह राज्य के राज्यपाल व श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष एनएन वोहरा ने मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना की। बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरूला ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के शुभारंभ के लिए गुफा के भीतर पूजा अर्चना की गई। यात्रियों ने आज बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से यात्रा आरंभ की।
इससे पहले खराब मौसम के कारण इन आधार शिविरों से यात्रा शुरू होने में विलंब हुआ था। यात्रा नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने यहां बताया कि बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गो के भारी बारिश के कारण कुछ स्थानों पर फिसलन की स्थिति के कारण यात्रियों को पहले जाने की इजाजत नहीं दी गई थी।
अधिकारी ने बताया कि हालांकि प्रशासन ने पंजीकृत यात्रियों के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं, लेकिन यहां निर्धारित संख्या से ज्यादा तीर्थयात्री आ गए हैं। उन्होंने कहा कि केवल पंजीकृत यात्रियों को ही पवित्र गुफा की ओर बढ़ने की इजाजत दी जाएगी।
उधर, राज्यपाल और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष एनएन वोहरा ने पवित्र गुफा की यात्रा से वापस लौटते समय नुनवान आधार शिविर में यात्रियों से मुलाकात की और उनके लिए किए गए इंतजामों का जायजा लिया। इस बीच, जम्मू से कड़ी सुरक्षा के बीच यात्रियों का दूसरा जत्था आज पवित्र गुफा की यात्रा पर रवाना हुआ।