41 वर्ष के तांबोले को यात्रा मार्ग अचानक से सीने में दर्द की शिकायत हुई। उसके साथियों ने उसे निकट के मेडिकल कैंप पहुंचाया, यहां से उसे शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा श्रीनगर भेज दिया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
कश्मीर में जहां अमरनाथ यात्रियों की संख्या 3 लाख को पार कर चुकी है, वहीं कुछ ऐसे भी श्रद्धालु हैं जिनकी यात्रा के दौरान तबियत बिगड़ गई है। इनके लिए आईटीबीपी के जवान मसीहा बनकर खड़े हैं और इनकी जान बचा रहे हैं।