जटिल नक्काशीदार खंभे, देवी-देवताओं की मूर्तियां, भित्तिचित्र शैली की पेंटिंग और पीढ़ियों की कलात्मक विरासत से प्रेरित वास्तुकला की विशेषता वाला यह मंदिर परिसर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को शादी के उत्सव के केंद्र में रखता है।
पारंगत मूर्तिकारों द्वारा जीवंत की गई मंदिर कला सदियों पुरानी तकनीकों और परंपराओं का उपयोग करती है। यह पहल स्थानीय कारीगरों के अविश्वसनीय कौशल को उजागर करती है, जो हमारी संस्थापक और अध्यक्ष श्रीमती नीता अंबानी की भारतीय विरासत, परंपरा और संस्कृति को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के दृष्टिकोण को दर्शाती है।