अयोध्या में जल्द होगा राम मंदिर का निर्माण, भाजपा निभाएगी अपना वादा
शनिवार, 2 फ़रवरी 2019 (17:04 IST)
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तराखंड के देहरादून में शनिवार को त्रिशक्ति सम्मेलन के माध्यम से लोकसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद करते हुए कहा कि वह अयोध्या में भव्य राम मंदिर का जल्द से जल्द निर्माण करने को प्रतिबद्ध हैं।
शाह ने यहां त्रिशक्ति सम्मलेन के कार्यक्रम में गठबंधन को लेकर कहा कि देश में कांग्रेस 55 साल तक सत्तासीन रही और चार पीढ़ियों को प्रधानमंत्री बनाने वाली कांग्रेस ने जो विकास कार्य किए वह जनता के सामने हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार हो रहे भ्रष्टाचार में से एक लाख करोड़ रुपए बचाए।
उन्होंने कहा कि मोदी ने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना लागू कर हर साल होने वाले एक लाख करोड़ रुपए को देश के बुजुर्गों, विधवाओं, किसानों को पेंशन और गैस सब्सिडी सीधे देकर फर्जी तथा घोटाले करने वालों को बेनकाब कर दिया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दो दलों का या चार दलों का गठबंधन हो, वह वहां 74 सीटों पर जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दलों का नारा मोदी हटाओ है जबकि मोदी जी का नारा बेरोजगारी, महंगाई, किसानों का उत्पीड़न और गरीबी हटाना है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी भाजपा सभी पांचों सीटों पर विजय प्राप्त करेगी। इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि बंगाल हो या ओडिशा सब जगह भाजपा का भगवा फहराएगा, ऐसा मुझे विश्वास है। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता भाजपा के मालिक हैं।
उन्होंने कहा, वर्ष 1982 में गुजरात में मैं (अमित शाह) भी बूथ अध्यक्ष हुआ करता था। आज मैं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना। यह सिर्फ भाजपा में ही संभव है, जहां छोटे से छोटे कार्यकर्ता को पूरा सम्मान मिलता है।
शाह ने अपने भाषण में कहा कि पहले देश में परिवारवाद से ही प्रधानमंत्री बनता था जबकि आज एक चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी ‘वन रैंक और वन पेंशन’ (ओआरओपी) सेना के जवानों को नहीं दी। इस ओआरओपी का मतलब कांग्रेस के लिए सिर्फ ‘राहुल और प्रियंका’ हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पांच लाख रुपए तक की वार्षिक आय वाले कर्मचारियों को कर मुक्त कर दिया। उन्होंने कहा कि पहले जब कोई व्यक्ति गम्भीर रोग से ग्रस्त होता था, तब वह सिर्फ इसलिए अपना बेहतर इलाज नहीं करवा पाता था कि वह कर्ज में डूब जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार मोदी ने अटल आयुष्मान योजना के माध्यम से पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था कर 50 करोड़ रुपए लोगों को लाभ पहुंचाने का काम किया जबकि पिछले तीन माह में इस योजना से 10 लाख लोग लाभान्वित हुए हैं, जो अपने आप में महत्वपूर्ण है।