उन्होंने बताया कि बच्चन पिछले 35 साल से 'कोतवाल' के दरबार में अपने किसी प्रतिनिधि को साल में एक बार भेजकर अपनी उपस्थिति की अर्जी लगवाते हैं। प्रतिनिधि उनके नाम पर पूजा-अर्चना करवाते हैं और प्रसाद मुंबई ले जाता है। उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए यहां दो बार अनुष्ठान भी कराया जा चुका है। वर्ष 1982 में फिल्म 'कुली' की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन बुरी तरह से घायल हो गए थे। उस समय उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए देश भर में अनुष्ठान हुए थे।
'बाबूजी' की श्रीराम भक्त हनुमान में अटूट आस्था थी। उन्होंने शूटिंग के दौरान घायल अमिताभ के स्वास्थ्य लाभ के लिए स्वामी बलदेव गिरी महाराज जी से पूजा पाठ करवाने के लिए कहा था। तब महराज जी ने 101 वैदिक ब्राम्हणों से 11 दिन तक उनके शीघ्र सवास्थ्य लाभ के लिए यज्ञ करवाया था। यज्ञ की पूर्णाहुति के दिन हवन करते समय सूचना मिली थी कि अमिताभ को आराम हो गया है। तब से अमिताभ बच्चन हर साल इस मंदिर में अपनी अरदास लगवाते आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 में जब अमिताभ दोबारा गंभीर रूप से बीमार हुए थे, तब उनके भाई अजिताभ ने अनुष्ठान कराने की गुजारिश की थी। उस समय 21 वैदिक विद्वानों से सात दिन का सूर्योपासना यज्ञ कराया गया था। ब्राह्मणों के लिए 51 हजार रुपए की दक्षिणा अजिताभ की ओर से भेजी गई थी। उन्होंने 51 किलो का पीतल का घंटा भी मंदिर में टंगवाया था, जो आज भी मौजूद है।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री, राजीव गांधी, चंद्रशेखर देश के पहले गृहमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल, पूर्व मुख्यमंत्रियों में मुलायम सिंह यादव, नारायण दत्त तिवारी, अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यहां दर्शन कर चुके हैं। (वार्ता)