अमेरिका का एक सैन्य विमान 112 भारतीयों के साथ रविवार रात अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। यह डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अवैध प्रवासियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के तहत निर्वासित लोगों को लाने वाली तीसरी उड़ान है। उन्होंने बताया कि 112 निर्वासितों में से 44 हरियाणा से हैं, जबकि 33 गुजरात से, 31 पंजाब से, दो उत्तरप्रदेश से और एक-एक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से हैं।
कुछ निर्वासितों के परिवार के सदस्य हवाई अड्डे पर पहुंचे हैं। आव्रजन, सत्यापन और पृष्ठभूमि जांच सहित सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद निर्वासितों को उनके घर जाने की अनुमति दी जाएगी। निर्वासितों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई है।
हरियाणा सरकार ने इस बार अपने लोगों को लेने के लिए वोल्वो बस भेजी है। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए हरियाणा के लोगों को लाने के लिए हरियाणा की बीजेपी सरकार के फिर से अमृतसर एयरपोर्ट पर कैदियों वाली बस भेजने पर पंजाब के एनआईआर मंत्री कुलदीप धालीवाल भड़क गए थे। उन्होंने कैदी वैन की वीडियो बनाई और हरियाणा के ट्रांसपोर्ट मंत्री अनिल विज को घेर लिया।
सीएम मान ने बताया आंख खोलने वाला
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को अमेरिका से बड़े पैमाने पर लोगों का निर्वासन हम सभी के लिए आंख खोलने वाला करार देते हुए युवाओं से अवैध रूप से विदेश जाने का विचार त्यागने और राज्य की सामाजिक-आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करने की अपील की। इस महीने अब तक तीन अमेरिकी सैन्य विमान भारतीयों को लेकर अमृतसर पहुंचे हैं। ऐसा अवैध प्रवासन के विरूद्ध कार्रवाई के ट्रम्प प्रशासन के वादे के तहत किया गया है।
कई निर्वासितों ने दावा किया है कि उड़ान के दौरान उन्हें बेड़ियों में जकड़ा गया था। निर्वासितों के परिवारों ने दावा किया है कि उन्हें अमेरिका भेजने के लिए उन्होंने भारी कर्ज लिया और कुछ ने तो अपनी खेती की जमीन भी बेच दी। निर्वासित लोगों ने आरोप लगाया कि ट्रैवल एजेंट को भारी रकम देने के बावजूद उन्हें बिना जानकारी के अवैध रूप से अमेरिका की यात्रा कराई गई। अब वे उन एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में पिछली सरकारों की विफलता के कारण युवाओं को बेहतर रोजगार की तलाश में अन्य देशों में पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका से बड़े पैमाने पर लोगों का निर्वासन हम सभी के लिए आंख खोलने वाला है और अब हमें अवैध रूप से विदेश नहीं जाना चाहिए, बल्कि राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। मान ने कहा कि आप सरकार पहले ही पंजाब में युवाओं को योग्यता के आधार पर 50,000 से अधिक सरकारी नौकरियां दे चुकी है।
उन्होंने कहा कि यह राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है कि तीन साल में युवाओं को इतनी बड़ी संख्या में सरकारी नौकरियां दी गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रवृत्ति आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी क्योंकि बड़ी संख्या में नौकरियां/भर्तियों पर काम चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि पंजाब में विदेश से लोग लौटते हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि युवा राज्य में सरकारी नौकरी पाने के लिए विदेशी धरती छोड़ रहे हैं। इनपुट भाषा