उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों के कारण देश में रोजगार के अवसर खत्म हो गए हैं, निवेश घट रहा है, वित्तीय घाटा बढ़ रहा है, विनिर्माण क्षेत्र में जबरदस्त मंदी है और छोटे कारोबारी तथा आम जनता परेशान हैं। उनके मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य अपने दायित्वों का निर्वहन करने की बजाय मंत्री पद की आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और मोदी रक्षा सौदा नियमों को तोड़कर राफेल लड़ाकू विमान सौदे में संदेह के घेरे में आ गए हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी इन मुद्दों से घिर गए हैं और इसके कारण इतने कमजोर पड़ गए हैं कि वे विपक्ष का सामना नहीं कर सकते हैं। इस सरकार ने देश को जो नुकसान पहुंचाया है, गुजरात विधानसभा चुनाव में उससे जुड़े सवालों से बचने के लिए संसद का शीतकालीन सत्र समय पर नहीं बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि सत्र निर्धारित समय पर कराने की बजाए विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद कराए जा रहे हैं।