नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कालेधन पर कार्रवाई पिछले सात-आठ महीने से जारी है। अभी तक सभी नामों की पहचान नहीं हुई है लेकिन एचएसबीसी के अवैध खाताधारकों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
जेटली ने कहा है कि कालेधन मामले में कुछ नए नाम भी सामने आए हैं। कालेधन से जुड़े 350 लोगों की पहचान की गई है और 350 खातों की जांच हो चुकी है। 350 लोगों के खिलाफ पेनाल्टी की कार्रवाई भी शुरू हुई है। साथ ही हमने 60 खाताधारकों के नामों की जानकारी एसआईटी से साझा की है।
उन्होंने कहा कि एचएसबीसी के खाताधारकों के खिलाफ 2014 से कार्रवाई शुरु हो चुकी है। कालेधन से जुड़े लोगों की पहचान हो रही है । कालेधन पर स्विस सरकार से बातचीत जारी है और हम स्विस सरकार पर दबाव बना रहे है। यह डाटा 4-5 साल पहले ही आ चुका था । पिछले सात-आठ महीने में इस मसले को लेकर तेजी से कार्रवाई कर रही है। कालेधन को लेकर चल रही जांच 31 मार्च से पहले पूरी हो जाएगी।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमबी शाह की अगुवाई वाली एसआईटी ने दिसंबर, 2014 में सरकार और उच्चतम न्यायालय को अपनी रिपोर्ट में कहा था कि एचएसबीसी की जिनेवा शाखा की सूची में से काला धन रखने वाले खाताधारकों के नामों को जल्द तार्किक परिणति तक पहुंचाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि स्विस बैंक एचएसबीसी में भारतीय खाताधारकों के नाम और जमा रकम को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबपिक वर्ष 2011 में फ्रेंच अथॉरिटी की ओर से भारत सरकार को एचएसबीसी बैंक में 628 भारतीय खाताधारकों के नाम बताए गए थे, लेकिन नए खुलासे के मुताबिक, एचएसबीसी बैंक में 1,195 भारतीयों के बैंक अकाउंट हैं। इस नई लिस्ट में देश के बड़े कारोबारी,राजनीतिक हस्तियां, हीरा व्यापारी और एनआरआई के नाम शामिल हैं।