असानी का असर, कई इलाकों में भारी बारिश, NDRF अलर्ट

बुधवार, 11 मई 2022 (07:29 IST)
नई दिल्ली। चक्रवात ‘असानी’ आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों से दूर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बढ़ रहा है। असानी गुरुवार सुबह तक यह कुछ कमजोर होकर अवसाद में बदल गया। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात के कारण कोलकाता, हावड़ा, पूर्व मेदिनीपुर, उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना और नादिया जिलों सहित पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से में सोमवार से गुरुवार के बीच भारी बारिश होने का अनुमान है।
 
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने आंध्र प्रदेश में 9 टीमें तैनात की हैं, जबकि 7 और टीमों को तैयार रहने को कहा गया है। वहीं, ओडिशा में एक टीम को तैनात किया गया है और 17 टीमों को तैयार रहने को कहा गया है। इसी तरह, पश्चिम बंगाल में 12 टीमों को तैनात किया गया है और 5 टीमों को तैयार रखा गया है, जबकि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें भी मदद के लिए तैयार बैठी हैं।
 
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Severe Cyclonic Storm Asani weakened into a Cyclonic Storm over Westcentral Bay of Bengal; Cyclone warning issued for Andhra Pradesh coast @Indiametdept - Prasar Bharati News Services (@pbns_india) 11 May 2022
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवात के 11 मई की दोपहर तक काकीनाड़-विशाखापत्तनम तटों के पास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने का अनुमान है, जिसके बाद यह काकीनाड़ और विशाखापत्तनम (कृष्णा, पूर्व एवं पश्चिम गोदावरी और विशाखापत्तनम जिले) के बीच आंध्र तट की तरफ आगे बढ़ सकता है।
 
आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात के कारण आंध्र के तटीय इलाकों में 75-85 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 95 किलोमीटर प्रति घंटे, जबकि ओडिशा के तटों पर 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। चक्रवात के मद्देनजर मछली पकड़ने से जुड़ी गतिविधियों को निलंबित करने की सलाह दी गई है।
 

#WATCH | Andhra Pradesh: Sea turns turbulent in Kakinada, strong winds blow due to #CycloneAsani

IMD says that the cyclone is very likely to move nearly northwestwards for the next few hours & reach Westcentral Bay of Bengal close to the Andhra Pradesh coast. pic.twitter.com/7p60yIxxH0

— ANI (@ANI) May 11, 2022
आईएमडी चक्रवात पर करीबी नजर रख रहा है और अब तक 20 राष्ट्रीय बुलेटिन जारी कर चुका है। वह स्थानीय प्रशासन को लगातार चक्रवात की स्थिति के बारे में सूचित कर रहा है और लोगों की जान बचाने के उपाय सुझा रहा है।
 

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