इस रिपोर्ट के अनुसार जिगाजिनागी के पास 2009 में करीब 1.18 करोड़ रुपए की संपत्ति थी, जो 2014 में बढ़कर 8.94 करोड़ रुपए एवं 2019 में 50.41 करोड़ रुपए की हो गई। उनकी संपत्ति में इस अवधि में 4,189 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एडीआर ने भाजपा नेता द्वारा संबंधित सालों में लोकसभा चुनाव के दौरान जमा किए गए हलफनामों का हवाला देकर यह जानकारी दी।
वर्ष 2019 में लगातार 6ठी बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए जिगाजिनागी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पिछली सरकार के दौरान जुलाई 2016 से मई 2019 तक केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्यमंत्री थे। वे कर्नाटक के बीजापुर से निर्वाचित होते रहे हैं। एडीआर-नेशनल इलेक्शन वाच की इस रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक से अन्य भाजपा सांसद पीसी मोहन उन शीर्ष 10 सांसदों की सूची में दूसरे नंबर पर है जिनकी संपत्ति में 2009 और 2019 के बीच में वृद्धि हुई।
इस रिपोर्ट के अनुसार उत्तरप्रदेश के पीलीभीत से पिछले लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार निर्वाचित हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी की संपत्ति 2009 के 4.92 करोड़ रुपए से बढ़कर 2019 में 60.32 करोड़ रुपए की हो गई। इस रिपोर्ट के अनुसार शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल की संपत्ति 2009 के 60.31 करोड़ रुपए से बढ़कर 2019 में 217.99 करोड़ रुपए की हो गई। उनकी संपत्ति में इस अवधि में 261 फीसदी की वृद्धि हुई।
रिपोर्ट में कह कि गया है कि बारामती से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सदानंद सुले की संपत्ति 2009 में 51.53 करोड़ रुपए से 173 फीसद बढ़कर 2019 में 140.88 करोड़ रुपए हो गई। रिपोर्ट में कह कि गया कि निर्दलीय सहित 71 सांसदों की औसत संपत्ति 2009 में 6.15 करोड़ रुपए थी। रिपोर्ट में 2009 से 2019 तक उनकी संपत्ति में औसत वृद्धि 17.59 करोड़ रुपए आंकी गई है, जो 286 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।(भाषा)