राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बुधवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने अलीगढ़ जिले में नोटबंदी के बाद अपने परिवार के भुखमरी के कगार पर पहुंचने के बाद बैंक से पुराने नोट नहीं बदल पाने से क्षुब्ध होकर हाल में आत्मदाह करने वाली रजि़या नामक महिला के निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए उनके परिजन को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
प्रदेश में ऐसे मृतकों की कोई आधिकारिक संख्या नहीं है लेकिन सपा के मुताबिक नोटबंदी के परिणामस्वरूप विभिन्न कारणों से प्रदेश में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को अपनी ही धनराशि को प्राप्त करने के लिए इस प्रकार बैंक एवं एटीएम की लाइन में लगकर पैसा निकालने का प्रयास करना और उस पर भी सफल न हो पाना अत्यंत कष्टप्रद है।
मालूम हो कि नोटबंदी के बाद अलीगढ़ जिले में रजि़या नामक महिला मजदूरी के रूप में प्राप्त 500-500 के 6 नोट बदलवाने के लिए अपने नजदीकी बैंक में लगातार 3 दिन तक कोशिश करती रही, परंतु नोट बदलने में असफलता से दु:खी होकर उसने अपने आपको आग लगा ली। दिल्ली में इलाज के दौरान 4 दिसंबर को उसका निधन हो गया था। (भाषा)