गौरतलब है कि विहिप संरक्षक स्व. अशोक सिंहल की उपस्थिति में गत जून में अयोध्या के मणिरामदास छावनी में श्रीरामजन्मभूमि न्यास की बैठक हुई थी, जिसमें और पत्थरों को शीघ्र अयोध्या लाया जाएगा। इसी बीच विहिप संरक्षक सिंहल की 17 नवम्बर को मृत्यु हो गई।
अपने मृत्यु से 15 दिन पहले पहले सिंघल ने मंदिर निर्माण के समस्त पहलुओं पर विहिप महामंत्री चम्पतराय के साथ ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ संचालक मोहनराव भागवत से चर्चा की थी। जिसके बाद संघ प्रमुख ने दिल्ली में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण अवश्य होगा।
चम्पतराय ने कहा कि स्व. अशोक सिंहल जी के सपनों को साकार करना ही होगा। उन्होंने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हर हिन्दू का स्वप्न है। लोगों ने इसमें अपनी आहुति दी है जिसे व्यर्थ जाने नहीं दिया जाएगा, कार्यशाला में तेजी अवश्य लाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि घर बनाने के लिए मनुष्य आवश्यक सामग्री एकत्र करता ही है, यहां तो भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का मामला है, उसके लिए तो व्यापक तैयारियां करनी ही होंगी। (वार्ता)