आजम खान ने दी पीएम मोदी को धमकी, कहा- परेशान न करें नहीं तो यूएन में जाएंगे

सोमवार, 1 मई 2017 (07:48 IST)
तीन तलाक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए बयान के बाद समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान इस मुद्दे का अब राजनीतिकरण करने में लगे हैं। उन्होंने नरेंद्र मोदी को धमकी देते हुए कहा कि मुसलमानों को परेशान करना नहीं छोड़ा तो वो इसके खिलाफ यूएन यानी की संयुक्त राष्ट्र संघ जाएंगे जिसके बाद मोदी अपना चेहरा दुनिया को नहीं दिखा पाएंगे।
 
सपा विधायक आजम खां ने कहा, 'मोदी जी मुसलमानों को परेशान न करें, वरना मुसलमानों को सोचना पड़ेगा कि उन्हें कहां जाना है। अगर हम संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) में चले गए तो मोदीजी दुनिया को मुंह नहीं दिखा सकेंगे, उन्हें पूरी दुनिया के सामने बेइज्जत होना पड़ेगा।'
 
टांडा में हुई जनसभा में तीन तलाक पर बयान को लेकर मोदी पर निशाना साधते हुए आजम ने कहा, 'जो व्यक्ति सात फेरे लेने के बाद भी अपना पति धर्म न निभा सका, वह दूसरों की पत्नी का क्या ख्याल रखेगा। मोदीजी पहले अपनी पत्नी को तो हक दें।'
 
उन्होंने कहा कि तीन तलाक के मामले में सिर्फ शरीयत का कानून ही माना जाएगा। मुस्लिम महिलाओं द्वारा तीन तलाक का विरोध किए जाने पर आजम ने कहा, 'बीजेपी का अजब तमाशा है, नकली मुस्लिम महिलाओं को बुरका पहनाकर तीन तलाक के विरोध में लाकर खड़ा कर दिया जाता है। हिंदुओं और मुस्लिमों को लड़ाने वाले ये लोग मुस्लिमों को भी आपस में लड़ाना चाहते हैं।'
 
गौरतलब है कि तीन तलाक पर चल रही बहस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक चश्‍मे से नहीं देखा जाना चाहिए। उन्‍होंने मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्ध तबके से अपील करते हुए यह भी कहा कि इस व्‍यवस्‍था की खामियों से बेटियों को बचाने के लिए उनको आगे आना चाहिए। नरेंद्र मोदी का यह बयान ऐसे वक्‍त आया है जब तीन तलाक का मसला सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के समक्ष लंबित है और वह जल्‍द ही इस पर सुनवाई कर इसकी संवैधानिक वैधानिकता पर फैसला देने वाली है।  
 
कन्नड़ दार्शनिक बसवेश्वर की जयंती पर यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने उम्मीद जताई कि भारत के मुसलमान दुनिया भर में अपने समकक्षों को ''आधुनिकता का मार्ग दिखाएंगे।'' उन्होंने कहा, ''इन दिनों तीन तलाक पर काफी बहस हो रही है। भारत की महान परंपरा को देखते हुये मेरे मन में यह उम्मीद है कि देश में इस समुदाय के प्रभावशाली लोग इस पुरानी हो चुकी व्यवस्था को खत्म करने के लिये आगे आएंगे और आधुनिक व्यवस्था विकसित करेंगे।'' अपने 40 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण, समानता और सुशासन के बारे में बातें कीं।
 
तीन तलाक के संदर्भ में उन्होंने कहा, ''यह हमारे देश की मिट्टी की ताकत है कि (मुस्लिम) समुदाय के लोग ही इस परेशानी से हमारी माताओं और बहनों को बचाने के लिए आगे आएंगे।'' प्रधानमंत्री ने समारोह में मौजूद लोगों से कहा, ''मैं समुदाय के लोगों से अनुरोध करूंगा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण न होने दें।'' इस अवसर पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार भी मौजूद थे।

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