* कोर्ट रूम से बाबा को जेल में ले जाया गया।
* सजा सुनने के बाद बाबा जमीन पर बैठकर कुर्सी पकड़कर रोने लगा।
* कैदी नंबर 1997 कहलाएंगे बाबा राम रहीम गुरुमीत। धारा 376, 511, 506, पर फैसला करते हुए जज जगदीप सिंह ने उन्हें जब 20 साल की सजा सुनाई तो उनेक वकील ने कहा कि यह बाबा के साथ अन्याय हुआ है। फैसले के खिलाफ वे हाईकोर्ट में अपील करेंगे।