उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा कालाधन खनन, फिर सोने, जमीन, राजनीति और मादक पदार्थ में है। अगर हम इन पांच क्षेत्रों में कालेधन पर लगाम कसें तो यह हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत लाभदायक होगा।
इस सुझाव पर कि उन्हें बैंकिंग सेक्टर पर भी धावा बोलना चाहिए, रामदेव ने कहा कि वह इस बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कोई अनबन नहीं है।
रामदेव ने एक टीवी के कार्यकम में कहा कि पिछले 15 वर्ष से एक बार भी ऐसा नहीं हुआ जब मेरी मोदी जी से बहस हुई हो। मैं दो तीन महीनों में एक बार मोदी जी से बात करता हूं। अगर मुझे देश से जुड़े किसी मुद्दे पर कोई राय देनी होती है तो मैं जेटलीजी से बात करता हूं। मैंने काले धन के मुद्दे पर उनसे बात की है। (भाषा)