बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) हत्याकांड से महाराष्ट की राजनीति में सुनामी आ गई है। कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष शिंदे सरकार पर निशाना साध रहा है। लॉरेंस बिश्नोई ने बाबा सिद्दीकी को मारने की जिम्मेदारी ली है। हालांकि इसे लेकर कई बातें सामने आ रही हैं। 12 अक्टूबर की रात को एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी पर 3 शूटर्स ने 6 राउंड फायरिंग की थी। हमले में उनके बेटे विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी (Zeeshan Siddiqui) बाल-बाल बच गए थे।
महाराष्ट्र जैसे राज्य में जहां राजनीति और बिल्डर्स के बीच घनिष्ठ संबंध हैं, जहां कई राजनीतिज्ञ बिल्डर हैं। बाबा सिद्दीकी रियल एस्टेट कारोबार में एक सफल व्यवसायी के रूप में जाने जाते थे। पिछले दो दशकों में उन्हें बांद्रा के रियल एस्टेट किंग के रूप में जाना जाता था।
ऐसे में बाबा सिद्दीकी हत्या के बीच एक बड़े कारोबारी के नाम की चर्चा भी हो रही है। खबरें हैं कि एसआरए प्रोजेक्ट को लेकर हुए विवाद के चलते हुई है। शाहिद बलवा (Shahid Balwa) का नाम भी इसमें सामने आ रहा है। बलवा का नाम 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में आया था, उन्हें 2011 में गिरफ्तार भी किया गया था।
क्यों आ रहा है शाहिद बलवा का नाम : किसी भी जांच एजेंसी ने अभी तक कारोबारी शाहिद बलवा के नाम की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों के कहना है कि पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में यदि बिजनेस डेवलपर या व्यवसायी शामिल है, तो हम संबंधित व्यक्ति को जांच के लिए बुलाएंगे, लेकिन अभी हम हमलावरों की तलाश कर रहे हैं जो फरार हैं। एक अधिकारी ने कहा कि हम हर उस व्यक्ति को बुलाएंगे जिसका नाम हमलावरों की जांच में सामने आएगा।
क्या है एसआरए प्रोजेक्ट : मीडिया खबरों के अनुसार शुरुआती जांच में पुलिस स्लम पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) परियोजना पर विवाद के एंगल पर जांच कर रही है. बता दें कि एसआरए झुग्गी बस्तियों की पहचान करने और झुग्गी पुनर्विकास कार्यों को शुरू करने की एक योजना है। ईडी जांच कर रही थी कि महाराष्ट्र हाउसिंग और एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (2000 से 2004 तक) का चेयरमैन रहते हुए क्या बाबा सिद्दीकी ने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया था।
2018 में बाबा सिद्दीकी पर कार्रवाई करते हुए ईडी ने बांद्रा वेस्ट में स्थित 462 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया था। बाबा सिद्दीकी पर पिरामिड डेवेलपर्स को स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (SRA) प्रोजेक्ट में मदद का आरोप लगा था। यह घोटाला लगभग 2,000 करोड़ रुपए का था। इसके बाद अब पुलिस जांच कर रही है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे एसआरए प्रोजेक्ट तो नहीं है
झुग्गी परियोजनाओं का विरोध : पिछले 6-8 महीनों से सिद्दीकी और उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में दो झुग्गी पुनर्विकास परियोजनाओं, संत ज्ञानेश्वर नगर और भारत नगर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अगस्त में, जीशान ने सरकारी अधिकारियों को झुग्गी बस्ती का सर्वेक्षण करने से रोका था। उन्होंने इस जगह पर विरोध प्रदर्शन भी किया था और आने वाले समय में बांद्रा ईस्ट में भी बड़ा विरोध प्रदर्शन करने वाले थे। शाहिद बलवा ने संत ज्ञानेश्वर नगर की पुनर्विकास कंपनी में भारी निवेश किया था, यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। माना जा रहा है कि सिद्दीकी और उनके बेटे के कारण इस प्रोजेक्ट में रुकावट आ रही थी।
कौन हैं शाहिद बलवा : शाहिद बल्वा 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के सबसे अहम किरदार माने जाते हैं तो उनका नाम अंडर वर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से भी जोड़ा जाता है। शाहिद बलवा डायनेमिक्स बल्वाज ग्रुप यानी डीबीग्रुप के को-फाउंडर और डीबी रियल्टी के प्रोमोटर हैं।
शाहिद बलवा के दादा, परदादा हिन्दुस्तानी नवाबों के लिए मध्य पूर्व से अच्छे नस्ल के घोड़े मंगवाने का कारोबार करते थे। उनका परिवार रेस्तरां कारोबार से जुड़ा है और वह गुजरात से मुंबई आया। शाहिद बलवा के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने कॉलेज में ही पढ़ाई छोड़ दी। मुंबई के मरीन लाइंस में उत्तर भारतीय और चाइनीज खाने के लिए मशहूर बलवाज रेस्तरां शाहिद बलवा की ही हैं।