भारत जोड़ो यात्रा : राहुल ने क्‍यों कहा- हिंदुस्‍तान में एक ही रास्‍ता बचा?

गुरुवार, 19 जनवरी 2023 (14:00 IST)
अब तक राहुल गांधी पर अक्‍सर अपरिपक्‍वता के आरोप लगते रहे हैं, अक्‍सर वे अपने भाषणों में कुछ ऐसा बोल जाते हैं कि लोग उसके मीम्‍स बना डालते हैं। लेकिन राहुल गांधी का हिमाचाल प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सामने दिया अपना संबोधन इन दिनों काफी पसंद किया जा रहा है। उनकी बातों में एक दर्शन है, एक परिपक्‍वता है। हालांकि राहुल के इस भाषण को कन्‍क्लूड नहीं किया जा सकता न ही अंतिम माना जा सकता है। लेकिन यह सही है कि उनके विचारों में एक परिपक्‍वता सुनाई दे रही है।

दरअसल, देश के कई राज्‍यों का भ्रमण करती हुई राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा इन दिनों हिमाचल प्रदेश में है। इस मौके पर राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

राहुल ने इस भाषण में कहा कि हिमाचल पहाड़ों का प्रदेश है, लेकिन यहां चलना आसान है। क्‍योंकि यहां के लोग प्‍यार से और रिस्‍पेक्‍ट से मिलते हैं, वे ज्‍यादा बोलते नहीं हैं, लेकिन वे आत्‍मीय हैं। जैसे ये पहाड़ हैं, वैसा ही आपका कैरेक्‍टर है, ताकत है, लेकिन शांति भी है।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि आखिर क्‍यों कांग्रेस को भारत जोड़ो यात्रा करना पड़ी। उन्‍होंने कहा कि देश में नफरत और हिंसा का माहौल है। डर फैल रहा है। भाई को भाई से लड़ाया जा रहा है, धर्म से धर्म को और एक भाषा से दूसरी भाषा को लड़ाया जा रहा है।

यात्रा से पहले हमने काफी कोशिश की। हम जनता के मुद्दे उठाने की कोशिश करते रहे। लेकिन हमें बोलने नहीं दिया जाता है, माइक बंद कर दिया जाता है। हमने नोटबंदी, जीएसटी और अग्‍निवीर के बारे में बोलने की कोशिश की। जब भी हम बोलने की कोशिश करते हैं, कैमरा स्‍पीकर की तरफ घुमा दिया जाता है, या दूसरी तरफ घुमा दिया जाता है। आपने कभी पिछले पांच साल में मीडिया ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया हो।

मीडिया की बात करें तो क्‍या कभी मीडिया ने अग्‍निवीर की कमियों के बारे में कभी दिखाया। किसानों के खिलाफ काले कानून लाए गए क्‍या कभी आपने मीडिया में उनके बारे में सुना या देखा। मीडिया में बॉलीवुड के एक्‍टर दिखेंगे, क्रिकेट खिलाडी दिखेंगे, मगर जनता की समस्‍या के बारे में मीडिया में कुछ नहीं दिखेगा। मतलब मीडिया का रास्‍ता भी बंद।

ज्‍यूडिसरी पर सरकार का दबाव, सीबीआई ईडी सब का दबाव। तो हमने सोचा कि हिंदुस्‍तान में एक ही रास्‍ता बचा है। हिंदुस्‍तान की सड़कों पर निकलने का। बेरोजगारी, महंगाई के खिलाफ आवाज उठाना चाहते हैं तो हिंदुस्‍तान की सड़कों पर चल निकलो। हम निकले और हमारे साथ लाखों लोग चले। बल्‍कि करोड़ों लोग हमारे साथ होंगे। इस दौरान हमने बहुत कुछ सीखा, बल्‍कि हम सबने सीखा। हम गिरे, फिर चले। राहुल गांधी ने हिमाचल के सीएम के बारे में कहा कि वे जमीनी आदमी हैं। लोगों की बात सुनते हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि यह यात्रा कश्‍मीर तक जाएगी। हमने सोचा था कि थकान होगी, मुश्‍किलें आएंगी। लेकिन कोई थकान और मुश्‍किल नहीं हुई। हम सुबह उठते थे और आठ घंटे चलते थे। कोई थकान नहीं। नेताओं से पूछता था कोई थका क्‍या। लेकिन किसी ने थकने की बात नहीं की। दरअसल, हम नहीं चल रहे हैं, आपकी शक्‍ति हमें पीछे से धकेल रही है। यह नफरत और हिंसा का देश नहीं है। मुहब्‍बत का देश है। आप सब नफरत के बाजार में मुहब्‍बत की दुकान खोलते हैं। आप सब के साथ प्‍यार मुहब्‍बत से रहते हो यही इस देश का धर्म है।

इसके लिए मैं आपका दिल से धन्‍यवाद करना चाहता हूं। जो प्‍यार और समर्थन आपने दिया उसका कोई मुकाबला नहीं है। धन्‍यवाद।
written and edited by navin rangiyal

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