उन्होंने असमी में कई फिल्मों का निर्माण, निर्देशन करने और इनमें संगीत देने के साथ-साथ गीत भी गाए। इनमें इरा बातार सुर, शकुंतला, प्रतिध्वनि, चिक मिक बिजली, सिराज आदि शामिल हैं। उनकी सर्वाधिक प्रसिद्ध हिंदी फिल्मों में रुदाली, एक पल, दरम्यिान, दम और क्यों शामिल हैं। इसके अलावा सईं परांजपे की पापा और साज, मिल गई मंजिल मुझे और एमएफ हुसैन की गजगामिनी शामिल है।