Haryana assembly elections : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिलने की शुक्रवार को उम्मीद जताई और कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर पार्टी आलाकमान का जो भी फैसला होगा, उन्हें मंजूर होगा।
हुड्डा ने कहा कि पार्टी में कोई अंदरूनी कलह नहीं है और मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदार होने से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। कांग्रेस के 77 वर्षीय वरिष्ठ नेता ने उनके पुत्र एवं सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप देखे जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह खुद न तो टायर्ड हैं और न ही रिटायर्ड हैं।
उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में अबकी बार कांग्रेस की सरकार का माहौल बन गया है तथा उनकी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिलेगा। कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा की नाराजगी से जुड़े प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर हुड्डा ने कहा, यह आप लोगों (मीडिया) द्वारा पैदा किया हुआ है, यह कोई प्रकरण नहीं है। कांग्रेस एकजुट है।
इस सवाल पर कि क्या अब सब कुछ ठीक है तो हुड्डा ने कहा, पहले भी सब कुछ ठीक था और आज भी है। मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से जुड़े सवाल पर हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री चयन की एक स्थापित प्रक्रिया है और पार्टी आलाकमान जो भी फैसला करेगा, उन्हें मंजूर होगा।
उन्होंने कहा, कांग्रेस की एक पद्धति है। विधायक चुने जाएंगे। पर्यवेक्षक आएंगे, विधायकों का मत लेंगे और फिर आलाकमान फैसला करेगा। वे (आलाकमान) जो भी फैसला करेंगे, मुझे स्वीकार होगा। इससे एक दिन पहले सैलजा ने भी कहा था कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस आलाकमान का फैसला उन्हें स्वीकार होगा।
हुड्डा ने सैलजा और रणदीप सुरजेवाला की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी के बारे में पूछे जाने पर कहा, अच्छी बात है। यदि इच्छा ही नहीं रखेंगे तो राजनीति शिथिल पड़ जाएगी। जितने ज्यादा दावेदार होंगे, (कांग्रेस को) उतनी ही अधिक मजबूती मिलेगी। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप देखे जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा, क्यों, आप मुझे रिटायर करना चाहते हैं? मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैं न तो टायर्ड हूं, न रिटायर्ड हूं।
हुड्डा ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) तथा जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आजाद समाज पार्टी के गठबंधन को लेकर कहा कि जनता वोट कटवा को वोट नहीं देंगी क्योंकि भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा जबकि नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour