राकेश पंवार नामक ट्विटर हैंडल से लिखा कि क्या समय आ गया है कि भगवान श्रीराम जो सब पर कृपा करते हैं, जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं, कलयुग में उन्हीं के लिए आवास ढूंढना पड़ रहा है और वो भी उसी जगह जहां पर उनका जन्म हुआ और जहां के वे राजा थे।
शैलेन्द्र कोड़ले ने लिखा भगवान राम अयोध्या के राजा हैं, वे प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र नहीं हैं। एक अन्य ट्विटर हैंडल से लिखा गया- रामलला हम आएंगे, आपको प्रधानमंत्री आवास दे जाएंगे, मंदिर का मुद्दा खूब उठाएंगे, पर मंदिर नहीं बनाएंगे। जितेश तेजवानी ने लिखा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आधार कार्ड जरूरी है। रामलला का मंदिर नहीं बनवाना है तो ऐसे ही बोल दो। ऐसा ड्रामा क्यों कर रहे हो। अभ भगवान राम आधार कार्ड कहां से लाएंगे?