रविवार को भोपाल रेलवे स्टेशन के एक कार्यक्रम में प्रज्ञा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि महात्मा गांधीजी राष्ट्रपुत्र हैं। गांधीजी इस धरा के सपूत हैं। राम इस धरा के पुत्र हैं। महाराणा प्रताप, शिवाजी महाराज इस धरा के पुत्र हैं। उन्होंने कहा कि देश के लिए जिसने सराहनीय कार्य किया है, निश्चित रूप से वो हमारे लिए आदरणीय हैं। हम उनके कदमों पर चलते हैं। प्रज्ञा ने कहा कि वह देश के लिए जीती हैं।
गोडसे को बताया था देशभक्त : इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश के आगर मालवा में प्रज्ञा ने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था, जिस पर काफी बवाल हुआ था। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कहा था कि वह इस बयान के लिए उन्हें कभी मन से माफ नहीं कर पाएंगे।
हालांकि, इसके कुछ ही घंटों बाद तब प्रज्ञा ने अपने इस बयान पर देश के लोगों से माफी मांगते हुए कहा था कि मैं गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूं। गांधी जी ने जो देश के लिए किया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता है। (भाषा)